Greater Noida West : सेवियर ग्रीन आर्क सोसायटी के मार्केट में मैडम मोमोज सेंटर के मोमोज खाने से बिगड़ी 20 से अधिक लोगों की तबियत खराब, निजी अस्पताल में कई लोग भर्ती। खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने दुकान से चिकन व पनीर मोमोज के नमूने जांच को भेजे
1. सेवियर ग्रीन आर्क सोसायटी के मार्केट से लिया गया सैंपल
2. तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर निजी अस्पतालों में भर्ती हुए लोग
3. सेहत में सुधार होने पर कई लोगों को किया गया डिस्चार्ज
पूरी ख़बर इस प्रकार
टेकजोन-4 स्थित सेवियर ग्रीन आर्क सोसायटी के मार्केट की एक दुकान से मोमोज खाने के बाद 20 से अधिक लोगों की तवीयत बिगड़ गई। कई बच्चों और महिलाओं को तत्काल निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया। पीड़ित परिवारों ने मामले की शिकायत खाद्य सुरक्षा विभाग को दी है। विभाग की टीम ने छापेमारी कर मोमोज की दुकान से सैंपल लिए हैं। चेरी काउंटी सोसायटी के ए-4 टावर में रहने वाले राकेश गौतम ने बताया कि सोमवार रात पत्नी और बच्ची के साथ मैडम मोमोज सेंटर गए थे। वहां से पनीर मोमोज खाकर घर लौटे थे। अगले दिन से पत्नी की तबीयत बिगड़ने लगी। उल्टी ज्यादा होने से मन घबराने लगा। देर रात ज्यादा तवीयत बिगड़ने पर आनन-फानन में विसरख के पास यथार्थ अस्पताल में भर्ती कराया गया। जांच के दौरान पता चला है कि सीवियर फूड पॉइजनिंग हुई है। इसकी वजह से उल्टी हो रही है। उनका कहना है कि पत्नी चार दिन से अस्पताल में भर्ती हैं। उधर, वेटी और वह खुद भी डायरिया की चपेट में हैं। सोसायटी में रहने वाले एक अन्य परिवार के तीन से चार लोग मोमोज खाने से बीमार हुए हैं, जिनका गौड़ सिटी के पास सर्वोदय अस्पताल में इलाज चल रहा हैं। उनके घर में एक छोटी बच्ची के साथ दो से तीन लोग बीमार हैं। इसके अलावा गौड़ सौन्दर्यम सोसायटी में रहने वाले सात से आठ लोगों की सेहत मोमोज खाने से बिगड़ी है, जिसमें कुछ घर पर ही इलाज करा रहे हैं।
खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने गंदगी मिलने पर दुकान को कराया बंद पनीर और चिकन मोमोज़ के लिए नमूने
जिला मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी अक्षय गोयल ने बताया कि मैडम मोमेज सेंटर की शिकायत पर क्षेत्रीय खाद्य सुरक्षा अधिकारी विशाल गुप्ता और रेनू सिंह ने जाकर छापेमारी की है। टीम ने वहां से चिकन और पनीर मोमोज के सैंपल लिए हैं। इन्हें जांच के लिए प्रयोगशाला भेज दिया गया है। परिसर में साफ-सफाई व्यवस्था उचित नहीं मिलने पर तत्काल प्रभाव से बंद कराया गया है। उनका कहना है कि शहरी और ग्रामीण एरिया में लगाए जा रहे मोमोज और फूड आइटम की जांच के लिए भी जल्द ही एक अभियान चलाया जाएगा। खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि मोमोज मैदा से बने होते हैं। ज्यादा खाने से बीमारियां हो सकती हैं। बेहतर यह है कि फास्ट फूड का सेवन कम से कम करें।
पेट दर्द की शिकायत
ग्रेनो वेस्ट के यथार्थ अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि दो दिन पहले सात से आठ लोग इमरजेंसी में आए थे। मोमोज खाने की वजह से तबीयत खराब होने की शिकायत चिकित्सकों से की थी । इसमें कई लोगों को उल्टी, दस्त, पेट दर्द सहित कई तरह की शिकायत बताई थी। टीम ने तत्काल सभी लोगों को चिकित्सकों की निगरानी में रखा था। कुछ लोगों की सेहत को देखने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया है। कुछ एडमिट है।
शिकायत के बाद जांच
खाद्य सुरक्षा विभाग में सहायक खाद्य आयुक्त दो अर्चना धीरान ने बताया कि निवासियों ने मैडम मोमोज सेंटर के मोमोज खाने से तबीयत बिगड़ने की शिकायत की थी। तत्काल विभागीय टीम को जांच के लिए भेजा गया है। गर्मी अधिक पड़ रही है, ऐसे में सावधानी बेहद जरूरी है।