Noida News : नोएडा पुलिस ने एक ऐसे ठग को गिरफ्तार किया है जिसने दिल्ली पुलिस में 18 साल नौकरी करने के बाद, खुद को रिटायर्ड डिप्टी एसपी बताकर करोड़ों रुपये की जमीनों का फर्जीवाड़ा किया। आरोपी शंभूनाथ मिश्रा अब पुलिस की गिरफ्त में है और उसके द्वारा किए गए धोखेधड़ी के मामलों की जांच जारी है।
बर्खास्त सिपाही से फर्जी डिप्टी एसपी तक का सफर
नोएडा पुलिस ने शंभूनाथ मिश्रा (55) नामक एक ऐसे व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जो पहले दिल्ली पुलिस में सिपाही था। 1986 में पुलिस सेवा में भर्ती होने के बाद उसने 18 साल तक नौकरी की। लेकिन, 2004 में उसके शैक्षणिक और अन्य दस्तावेज फर्जी पाए जाने के कारण उसे बर्खास्त कर दिया गया। इस मामले में दिल्ली के मुखर्जी नगर थाने में मुकदमा भी दर्ज हुआ था।
फर्जी पहचान से प्रॉपर्टी डीलिंग और ठगी
पुलिस से बर्खास्त होने के बाद शंभूनाथ मिश्रा ने प्रॉपर्टी डीलिंग का काम शुरू किया और खुद को रिटायर्ड डिप्टी एसपी बताकर लोगों को ठगने लगा। उसने नोएडा और एनसीआर क्षेत्र की डूब क्षेत्र और अधिगृहीत जमीनों के फर्जी दस्तावेज तैयार करके उन्हें बेच दिया। वह खुद कभी सामने नहीं आता था और अपने साथियों को जमीन का मालिक बताकर मोटी रकम वसूलता था।
ठगी का अनोखा तरीका: महिलाओं और फर्जी गवाहों का इस्तेमाल
पुलिस जांच में पता चला है कि आरोपी जमीन के असली मालिक के बजाय दूसरी महिलाओं को खड़ा करता था। रजिस्ट्री के कागज़ात पर महिलाओं की तस्वीरें लगाकर, वह फर्जी गवाहों और खरीदारों के दस्तावेज बनवाता था। इन्हीं फर्जी दस्तावेजों के सहारे वह जमीनों को बेचकर खूब पैसा कमाता था।
शिकायत से खुला ठगी का राज
नोएडा पुलिस को इस ठगी के बारे में तब पता चला जब गढ़ी चौखंडी गांव के रहने वाले जगमोहन ने शिकायत दर्ज कराई कि जमीन देने के नाम पर उनसे 14 लाख रुपये की ठगी हुई है। जांच के दौरान, पुलिस को पहले अन्य प्रॉपर्टी डीलरों के बारे में जानकारी मिली और फिर शंभूनाथ मिश्रा का नाम सामने आया।
पुलिस की कार्रवाई और आगे की जांच
जांच में यह भी पता चला कि आरोपी सेक्टर-121 में प्रॉपर्टी डीलर संजय शर्मा के साथ मिलकर काम करता था। पुलिस ने जाल बिछाकर शंभूनाथ मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अब उससे पूछताछ कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि उसने अब तक कितनी जमीनों की फर्जी बिक्री की है और कितने लोग उसकी ठगी का शिकार बने हैं। पुलिस इस मामले में गहराई से जांच कर रही है ताकि सभी पीड़ितों को न्याय मिल सके और इस गिरोह के अन्य सदस्यों को भी पकड़ा जा सके।