Greater Noida / भारतीय टॉक न्यूज़: 2025 के फरवरी महीने में जगनपुर और अफजलपुर के 77 किसानों को यमुना प्राधिकरण द्वारा 7 प्रतिशत भूखंड का आवंटन किया गया। यह आवंटन उन किसानों के लिए एक बड़ी राहत लेकर आया है, जो पिछले एक साल से इसका इंतजार कर रहे थे। यह कदम किसानों के अधिकारों और उनकी मांगों को लेकर चल रहे संघर्ष का परिणाम है।
किसानों की मांग और संघर्ष
जमीन अधिग्रहण के बाद किसानों को 7 प्रतिशत भूखंड देने का प्रावधान है, लेकिन इस प्रक्रिया में देरी के कारण किसानों को लंबा इंतजार करना पड़ा। किसान मज़दूर संघर्ष मोर्चा ने इस मुद्दे को लगातार उठाया और प्राधिकरण पर दबाव बनाया। संगठन के राष्ट्रीय महासचिव कृष्ण नागर ने बताया कि यह आवंटन किसानों के संघर्ष का परिणाम है और यह उनके अधिकारों की जीत है।
आवंटन प्रक्रिया और ड्रा का आयोजन
यमुना प्राधिकरण कार्यालय में आयोजित ड्रा के माध्यम से जगनपुर और अफजलपुर के 77 किसानों को भूखंड आवंटित किए गए। शेष 60 किसानों को अगले तीन महीनों में भूखंड देने का वादा किया गया है। यह आवंटन पैरीफेरल और यमुना एक्सप्रेस वे को जोड़ने वाले इंटरजेंच के निर्माण के लिए किया गया है, जिसमें इन गांवों के 137 किसानों की जमीन अधिग्रहित की गई थी।
किसानों की प्रतिक्रिया और आभार
भूखंड मिलने पर किसानों ने किसान मज़दूर संघर्ष मोर्चा का आभार जताया। संगठन के अध्यक्ष डॉक्टर विकास प्रधान ने कहा कि प्राधिकरण से प्रभावित सभी गांवों में विकास कार्य और भूखंडों का आवंटन उनकी प्राथमिकता है। इस मौके पर कई किसान नेता और ग्रामीण उपस्थित थे ,इस मौक़े पर बालकिशन नागर, श्याम लाल नागर, राजकुमार नागर, श्रीनिवास आर्य, जगत सिंह, बिजेंद्र, राजवीर सिंह सहित अन्य किसान उपस्थित थे। जिन्होंने इस आवंटन को एक ऐतिहासिक कदम बताया।
भविष्य की योजनाएं
यमुना प्राधिकरण ने शेष किसानों को अगले तीन महीनों में भूखंड आवंटित करने का वादा किया है। इसके अलावा, प्राधिकरण ने अन्य गांवों में भी इसी तरह के आवंटन की प्रक्रिया शुरू कर दी है, जिससे किसानों को उनके अधिकार मिल सकें।