मिशन शक्ति फेज-5: ग्रेटर नोएडा में पुलिस ने छात्राओं और महिलाओं को किया जागरूक, सिखाए सुरक्षा और साइबर अपराध से बचाव के गुर

Mission Shakti Phase 5: Police in Greater Noida educate students and women on safety and cyber crime prevention.

Bharatiya Talk
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मिशन शक्ति फेज-5: ग्रेटर नोएडा में पुलिस ने छात्राओं और महिलाओं को किया जागरूक, सिखाए सुरक्षा और साइबर अपराध से बचाव के गुर

Greater Noida / भारतीय टॉक न्यूज़ (संवाददाता) :   महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने और एक सुरक्षित समाज के निर्माण के उद्देश्य से चलाए जा रहे ‘मिशन शक्ति फेज-5’ अभियान के तहत गौतमबुद्धनगर पुलिस कमिश्नरेट ने एक महत्वपूर्ण जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। पुलिस कमिश्नर श्रीमती लक्ष्मी सिंह के निर्देशों का पालन करते हुए, यह कार्यक्रम थाना ईकोटेक प्रथम के कार्यालय परिसर में आयोजित किया गया, जिसमें स्कूली छात्र-छात्राओं, शिक्षकों और विभिन्न कम्पनियों में कार्यरत महिला कर्मचारियों ने हिस्सा लिया।

कार्यक्रम का नेतृत्व एडीसीपी ग्रेटर नोएडा श्री सुधीर कुमार और एडीसीपी महिला सुरक्षा श्रीमती पूनम मिश्रा ने किया। उन्होंने उपस्थित लोगों, विशेषकर महिलाओं और बालिकाओं को उनकी सुरक्षा से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत जानकारी दी। अधिकारियों ने जोर देकर कहा कि किसी भी आपातकालीन स्थिति में बिना झिझक के पुलिस हेल्पलाइन नंबर 112, वूमेन पावर लाइन 1090 और चाइल्ड हेल्प लाइन 1098 पर संपर्क करें। इन नंबरों पर तत्काल सहायता उपलब्ध कराई जाती है।

 मिशन शक्ति फेज-5: ग्रेटर नोएडा में पुलिस ने छात्राओं और महिलाओं को किया जागरूक, सिखाए सुरक्षा और साइबर अपराध से बचाव के गुर

आज के डिजिटल युग की चुनौतियों को देखते हुए, कार्यक्रम का एक बड़ा हिस्सा साइबर सुरक्षा पर केंद्रित था। पुलिस की साइबर सुरक्षा टीम ने ऑनलाइन धोखाधड़ी, फिशिंग, डिजिटल अरेस्ट और सोशल मीडिया के सुरक्षित उपयोग के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने समझाया कि सोशल मीडिया पर व्यक्तिगत जानकारी जैसे फोटो, पता या फोन नंबर साझा करने से कैसे बचा जाए ताकि किसी भी प्रकार के ऑनलाइन शोषण का शिकार होने से बचा जा सके। सुरक्षित पासवर्ड बनाने और किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करने की भी सलाह दी गई।

इसके अतिरिक्त, पुलिस अधिकारियों ने बच्चों और किशोरों के लिए ‘गुड टच’ और ‘बैड टच’ जैसे संवेदनशील विषय पर एक सकारात्मक और खुली चर्चा की। उन्होंने बच्चों को समझाया कि कैसे वे असुरक्षित स्पर्श को पहचानें और तुरंत अपने माता-पिता, शिक्षक या पुलिस को सूचित करें। कार्यक्रम में घरेलू हिंसा के खिलाफ आवाज उठाने के लिए भी महिलाओं को प्रोत्साहित किया गया और उन्हें कानूनी अधिकारों के बारे में जानकारी दी गई।

यह कार्यक्रम पुलिस और समुदाय के बीच एक सीधा संवाद स्थापित करने में सफल रहा, जिसका मुख्य उद्देश्य महिलाओं और बच्चों के लिए एक भय मुक्त वातावरण का निर्माण करना है।

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