Noida/ भारतीय टॉक न्यूज़: गौतमबुद्धनगर में पुलिस कमिश्नर श्रीमती लक्ष्मी सिंह के निर्देशन में चलाए जा रहे “मिशन शक्ति 5.0” अभियान ने एक बार फिर अपनी सार्थकता साबित की है। थाना सेक्टर-49 पुलिस ने शनिवार को लापता हुई एक 6 वर्षीय बच्ची को महज 10 घंटे के अथक प्रयासों के बाद सकुशल ढूंढ निकाला और उसे उसके चिंतित परिवार के सुपुर्द कर दिया। बच्ची के मिलने के बाद परिवार की खुशी का ठिकाना नहीं रहा और उन्होंने नोएडा पुलिस का तहे दिल से आभार व्यक्त किया।
खेलते-खेलते हो गई थी लापता
घटना शनिवार, 27 सितंबर, 2025 की है। थाना सेक्टर-49 क्षेत्र के ग्राम अगाहपुर में एक 6 वर्षीय बच्ची अपनी नानी के साथ घर के बाहर खेलने गई थी। खेलते-खेलते वह अचानक कहीं गायब हो गई। जब काफी देर तक बच्ची नहीं दिखी तो परिजनों के हाथ-पैर फूल गए। उन्होंने हरसंभव जगह पर बच्ची को तलाशा, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला। घबराए हुए परिजनों ने तत्काल थाना सेक्टर-49 पुलिस को घटना की सूचना दी।
पुलिस ने तुरंत संभाला मोर्चा, बनाईं कई टीमें
बच्ची के गुम होने की सूचना मिलते ही थाना सेक्टर-49 पुलिस ने बिना कोई समय गंवाए त्वरित कार्रवाई शुरू कर दी। “मिशन शक्ति” अभियान के तहत मामले को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए तुरंत कई पुलिस टीमों का गठन किया गया। इन टीमों ने एक साथ कई मोर्चों पर काम शुरू किया:
🔸CCTV फुटेज की जांच: पुलिस टीमों ने अगाहपुर गांव और आसपास के सेक्टरों में लगे सभी सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को खंगालना शुरू कर दिया।
🔸लोगों से पूछताछ: स्थानीय निवासियों, दुकानदारों और राहगीरों को बच्ची की फोटो दिखाकर पूछताछ की गई।
🔸सोशल मीडिया का उपयोग: बच्ची की जानकारी और फोटो को आसपास के सभी थानों, चौकियों और विभिन्न व्हाट्सएप ग्रुप्स समेत अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर साझा किया गया ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों तक सूचना पहुंच सके।
10 घंटे में मिली सफलता
पुलिस टीमों के अथक प्रयास रंग लाए और करीब 10 घंटे की मशक्कत के बाद बच्ची सेक्टर-45 स्थित रामलीला ग्राउंड के पास अकेले घूमती हुई मिली। पुलिस ने तुरंत बच्ची को अपनी सुरक्षा में लिया और उसे थाने के मिशन शक्ति केंद्र लेकर आई। वहां बच्ची को एक सुरक्षित और आरामदायक माहौल प्रदान किया गया और तत्काल उसके परिजनों को यह खुशखबरी दी गई।
पुलिस ने की परिजनों की काउंसलिंग
बच्ची को परिजनों को सौंपने से पहले मिशन शक्ति केंद्र की टीम ने बच्ची और उसके माता-पिता की काउंसलिंग भी की। उन्होंने परिवार को समझाया कि वे अपने बच्चों पर विशेष ध्यान दें और उन्हें बचपन से ही घर का पूरा पता, माता-पिता का नाम और कम से कम एक मोबाइल नंबर जरूर याद कराएं। टीम ने उन्हें विभिन्न हेल्पलाइन नंबरों की जानकारी भी दी, ताकि भविष्य में ऐसी किसी भी अप्रिय स्थिति से बचा जा सके। पुलिस की इस तत्परता और संवेदनशीलता की परिजनों ने जमकर प्रशंसा की।