Hathras stampede: मंगलवार का दिन हाथरस के रतिभानपुर गांव में एक अमंगलकारी दिन साबित हुआ। यहां प्रवचन करने वाले संत भोले बाबा के सत्संग के दौरान भगदड़ मच गई, जिसमें 107 से 110 लोगों की मौत हो गई। यह हादसा तब हुआ जब हाथरस एटा बॉर्डर के पास स्थित रतिभानपुर में बड़ी संख्या में लोग भोले बाबा का प्रवचन सुनने के लिए जमा हुए थे। सत्संग पंडाल में अचानक भगदड़ मच गई और लोग एक-दूसरे के ऊपर गिरते चले गए, जिससे मौत का तांडव देखने को मिला।
कौन हैं भोले बाबा?
भोले बाबा, जिनका असली नाम नारायण साकार हरि है, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में एक प्रसिद्ध संत हैं। उनका जन्म उत्तर प्रदेश के एटा जिले के पटियाली तहसील के गांव बहादुर में हुआ था। भोले बाबा खुद को इंटेलीजेंस ब्यूरो (IB) का पूर्व कर्मचारी बताते हैं और दावा करते हैं कि उन्होंने 26 साल पहले सरकारी नौकरी छोड़कर धार्मिक प्रवचन करना शुरू किया था। उनके अनुयायी न केवल पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बल्कि उत्तराखंड, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली समेत देशभर में लाखों की संख्या में हैं।
भोले बाबा के सत्संग
नारायण साकार हरि का कार्यक्रम पश्चिमी यूपी के अलीगढ़ और हाथरस जिलों में हर मंगलवार को आयोजित किया जाता है। इन कार्यक्रमों में हजारों की तादाद में भीड़ उमड़ती है। इस दौरान भोले बाबा से जुड़े हजारों स्वयंसेवक और स्वयंसेविकाएं खाने-पीने से लेकर भक्तों के लिए जरूरी इंतजाम करते हैं।
मुख्यमंत्री का संज्ञान
हाथरस की इस दुर्घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुःख जताते हुए गहन जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने के निर्देश भी दिए हैं। कार्यक्रम आयोजकों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज की जाएगी और बड़ी कार्रवाई की तैयारी में शासन है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंचकर राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं और साथ ही घायलों के समुचित उपचार के भी निर्देश दिए हैं।
आज दिनांक 02.07.2024 को जनपद हाथरस के थाना सिकन्दराराऊ क्षेत्रांतर्गत सत्संग के दौरान हुई दुर्घटना व घायलों के समुचित उपचार के सम्बन्ध में #IGRangeAligarh #Shalabh_Mathur द्वारा दी गयी बाइट ।#UPPolice#adgzoneagra#Hathraspolice pic.twitter.com/f97jA0x6VG
— IG Range Aligarh (@rangealigarh) July 2, 2024
अस्पताल में लगी लाशों का ढेर
मंगलवार (2 जुलाई) को हाथरस स्थित रतिभानपुर में सत्संग के दौरान भगदड़ मच गई, जिसमें 50 से अधिक लोगों की जान चली गई। इसमें ज्यादातर महिलाएं शामिल थीं। हादसे के बाद हड़कंप मच गया और हालात बेहद भयावह हो गए। जैसे-तैसे घायलों और मृतकों को बस-टेंपो में लादकर अस्पताल ले जाया गया। सूचना मिलते ही डीएम और एसपी दल-बल के साथ मौके पर पहुंच गए। जब शव एटा के अस्पताल पहुंचना शुरू हुए तो गिनती थमने का नाम नहीं ले रही थी। अस्पताल में लाशों के ढेर लग गए थे।
हादसे के बाद की स्थिति
हादसे के बाद पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। स्थानीय प्रशासन ने तुरंत राहत कार्य शुरू किया और घायलों को अस्पताल पहुंचाया। अस्पतालों में डॉक्टरों और नर्सों की टीम ने घायलों का इलाज शुरू किया। इस दौरान कई परिवार अपने प्रियजनों की तलाश में अस्पतालों के चक्कर लगाते रहे।
हाथरस सहायता हेतु हेल्पलाईन नंबर
जनपद हाथरस में घटित दुःखद घटना के दृष्टिगत हाथरस पुलिस द्वारा आम लोगों की सहायता हेतु हेल्पलाईन नंबर 9259189726 तथा 9084382490 जारी किये गये हैं। उक्त घटना से सम्बंधित जानकारी अथवा सूचना उक्त नंबरों से प्राप्त की जा सकती है
जनपद हाथरस के थाना सिकंदराराऊ क्षेत्रांतर्गत हुई दुःखद दुर्घटना के दृष्टिगत पुलिस प्रशासन द्वारा घटना की स्थिति पर दृष्टि बनाते हुए आम लोगों की सहायता हेतु हेल्पलाईन नंबर 9259189726 तथा 9084382490 जारी किये गये हैं।@CMOfficeUP @Uppolice @myogiadityanath @adgzoneagra
— HATHRAS POLICE (@hathraspolice) July 2, 2024