Noida News : भारतीय किसान यूनियन टिकैत ग्रुप ने सोमवार को नोएडा प्राधिकरण के सेक्टर 6 कार्यालय के बाहर महापंचायत का आयोजन किया। यह महापंचायत दोपहर 12:00 बजे शुरू हुई, जिसमें किसानों ने नोएडा प्राधिकरण पर कई आरोप लगाए। किसानों का कहना है कि प्राधिकरण के अधिकारियों से कई बार बातचीत हो चुकी है, लेकिन आबादी की जमीन के मामले में कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया है।
पूरी तैयारी के साथ पहुंचे किसान
बारिश के मौसम को ध्यान में रखते हुए, किसान पूरी तैयारी के साथ महापंचायत में पहुंचे। उन्होंने टेंट और अन्य आवश्यक सामान साथ लाए ताकि बारिश में कोई परेशानी न हो। किसानों का स्पष्ट कहना है कि आबादी वाली जमीन को न तोड़ा जाए और इस मामले में प्राधिकरण को जल्द से जल्द निर्णय लेना चाहिए।
पुलिस बल की तैनाती
महापंचायत के दौरान किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। पुलिस प्रशासन की टीम भी महापंचायत में मौजूद है ताकि स्थिति को नियंत्रण में रखा जा सके।
किसानों की मांगें
किसानों का कहना है कि इस बार वे केवल आश्वासन से संतुष्ट नहीं होंगे। उन्होंने स्पष्ट किया है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो यह धरना गाजीपुर की तरह लंबा खिंच सकता है। किसानों ने अपनी मांगों को लेकर प्राधिकरण पर दबाव बनाने का पूरा मन बना लिया है।
नोएडा : हजारों की तादाद में धरने पर बैठे किसान
🔸नोएडा प्राधिकरण के बाहर अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे
🔸किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए सुरक्षा में पुलिस बल तैनात
🔸 किसानों का आरोप जमीन लेने के बाद नोएडा प्राधिकरण ने किसानो की समस्याओं का नही किया समाधान@noidapolice… pic.twitter.com/Hd0W9Ti5Hs
— Bharatiya Talk News (@BharatiyaTalk) July 8, 2024
वरिष्ठ अधिकारियों के साथ वार्ता
शाम तक प्राधिकरण के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ किसानों की वार्ता होने की संभावना है। किसानों का कहना है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो वे अपने आंदोलन को और तेज करेंगे।
महापंचायत का माहौल
महापंचायत के दौरान किसानों ने अपने मुद्दों को जोर-शोर से उठाया। उन्होंने कहा कि आबादी वाली जमीन के मामले में प्राधिकरण को जल्द से जल्द निर्णय लेना चाहिए। किसानों ने यह भी कहा कि वे अपने हक के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं।
किसानों की तैयारी
किसानों ने महापंचायत के लिए पूरी तैयारी की है। उन्होंने टेंट, खाने-पीने का सामान और अन्य आवश्यक वस्त्र साथ लाए हैं ताकि किसी भी परिस्थिति में वे अपने धरने को जारी रख सकें।
प्राधिकरण की प्रतिक्रिया
नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों ने कहा है कि वे किसानों की मांगों पर विचार कर रहे हैं और जल्द ही इस मामले में कोई निर्णय लिया जाएगा।
आगे की रणनीति
किसानों ने कहा है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो वे अपने आंदोलन को और तेज करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि वे अपने हक के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं और प्राधिकरण को उनकी मांगें माननी ही होंगी।
निष्कर्ष
नोएडा प्राधिकरण के बाहर किसानों का धरना और महापंचायत एक महत्वपूर्ण मुद्दा बन गया है। किसानों की मांगें और उनकी तैयारी इस बात का संकेत देती हैं कि वे अपने हक के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। अब देखना यह है कि प्राधिकरण और पुलिस प्रशासन इस मामले को कैसे संभालते हैं और क्या निर्णय लेते हैं