नोएडा बैंक पर साइबर अटैक: 5 दिन में 16 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी, अधिकारियों में दहशत, बैंक सर्वर हैक, 16 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी

Partap Singh Nagar
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नोएडा बैंक पर साइबर अटैक: 5 दिन में 16 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी, अधिकारियों में दहशत, बैंक सर्वर हैक, 16 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी
नोएडा बैंक पर साइबर अटैक: 5 दिन में 16 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी, अधिकारियों में दहशत, बैंक सर्वर हैक, 16 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी
नोएडा बैंक पर साइबर अटैक: Nainital Bank 

 

Noida News : जालसाजों ने नोएडा के सेक्टर 62 स्थित नैनीताल बैंक के सर्वर को हैक कर लिया और बैंक को 16 हजार करोड़ से ज्यादा का चूना लगा दिया. बैलेंस शीट मिलान के दौरान इस समस्या का पता चला और बैंक के आईटी मैनेजर ने साइबर पुलिस को मामले की सूचना दी। पुलिस उसके आईपी एड्रेस के आधार पर अपराधी की पहचान करने की कोशिश कर रही है।

हथियारबंद लूट से साइबर ठगी तक का सफर

जहां कभी हथियारबंद अपराधी बैंकों पर हमला करते थे, आज घोटालेबाज घर बैठे बैंक सर्वर को हैक कर पैसे चुरा रहे हैं। ऐसी ही एक घटना नोएडा सेक्टर 62 स्थित नैनीताल बैंक में घटी। जालसाजों ने बैंक के सर्वर से छेड़छाड़ कर आरटीजीएस (रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट सिस्टम) को हैक कर लिया। इसके बाद हमलावरों ने कई बार में करीब 16 करोड़ रुपये अलग-अलग खातों में ट्रांसफर कर लिए।

बैलेंस शीट मिलान में हुआ खुलासा

बैंक की बैलेंस शीट के मिलान के दौरान इस ठगी का खुलासा हुआ। इसके बाद बैंक के आईटी मैनेजर सुमित श्रीवास्तव ने नोएडा के साइबर क्राइम थाने में केस दर्ज कराया। बैंक ने मामले की जांच के लिए सर्ट-इन (इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम) से भी आग्रह किया है।

संदिग्ध गतिविधियों की पहचान

आईटी मैनेजर सुमित श्रीवास्तव ने बताया कि 17 जून को आरटीजीएस खातों के बैलेंस शीट का मिलान किया गया। इस दौरान पाया गया कि मूल रिकॉर्ड में 36 करोड़ रुपये का अंतर है। मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच कराई गई, जिसमें बैंक के सर्वर में संदिग्ध गतिविधियां चिन्हित की गईं।

संदिग्ध लेनदेन का खुलासा

20 जून को आरबीआई प्रणाली की समीक्षा में 84 संदिग्ध लेनदेन का पता चला। ये सभी लेनदेन 17 से 21 जून के बीच हुए और खाते से आरटीजीएस भुगतान के जरिए रुपये काटे गए।

पुलिस ने दर्ज किया केस

इस राशि को कई बैंकों के अलग-अलग खातों में ट्रांसफर किया गया है। इस खुलासे के बाद उन सभी बैंक खातों को फ्रीज कराते हुए खाता धारकों को केवाईसी कराने को कहा गया है। इस प्रक्रिया के तहत बैंक ने 69 करोड़ रुपये रिकवर कर लिए हैं, लेकिन अभी 16 करोड़ रुपये की ठगी की रकम रिकवर नहीं हो सकी है।

जालसाजों की पहचान में जुटी पुलिस

नोएडा साइबर क्राइम विंग के एसीपी विवेक रंजन राय के मुताबिक, बैंक प्रबंधन की शिकायत पर अज्ञात जालसाजों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। पुलिस जालसाजों के कंप्यूटर का आईपी एड्रेस ट्रेस कर बदमाशों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। पुलिस को बदमाशों के कुछ डंप मिले हैं और मामले की जांच जारी है।

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