ग्रेटर नोएडा के बीटा-2 थाना क्षेत्र में कासना गोल चक्कर के निकट ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण द्वारा एक कूड़ा निस्तारण केंद्र का निर्माण किया जा रहा है। इस निर्माण कार्य के खिलाफ स्थानीय निवासियों ने विरोध जताया है, और अब किसानों ने भी अपनी आवाज उठाते हुए धरना शुरू कर दिया है।
तनावपूर्ण स्थिति और आत्मदाह की कोशिश
तनावपूर्ण स्थिति और आत्मदाह की कोशिश
बुधवार सुबह, जब प्राधिकरण के कर्मचारी निर्माण कार्य के लिए पहुंचे, तो वहां मौजूद युवकों ने उन्हें काम करने से रोक दिया। इस दौरान पुलिस और किसानों के बीच तनाव बढ़ गया, जिसके परिणामस्वरूप दो युवकों ने आत्मदाह की कोशिश करते हुए अपने ऊपर तेल छिड़क लिया।
ग्रेटर नोएडा में पुलिस और किसानों के बीच टकराव, दो युवकों ने किया आत्मदाह का प्रयास#GreaterNoida @noidapolice #UPPolice #Farmers pic.twitter.com/2AKiv8899H
— Bharatiya Talk News (@BTalknews) August 28, 2024
पुलिस की तत्परता से बची जानें
अक्षित शर्मा और हिमांशु वशिष्ठ नामक दो युवकों ने इस विरोध प्रदर्शन में भाग लिया था। जब प्राधिकरण के कर्मचारियों ने उन्हें समझाने की कोशिश की, तो उन्होंने समझाने से इंकार कर दिया। हालात बिगड़ने पर, स्थानीय पुलिस और प्राधिकरण के कर्मचारियों ने तत्परता से कार्यवाही करते हुए दोनों युवकों को बचा लिया और आत्मदाह की इस कोशिश को नाकाम कर दिया।
पुलिस की कार्रवाई और कानूनी प्रक्रिया
पुलिस की कार्रवाई और कानूनी प्रक्रिया
ग्रेटर नोएडा के एडिशनल डीसीपी अशोक कुमार ने बताया कि अक्षित और हिमांशु के पास न तो उक्त स्थान पर कोई जमीन थी और न ही वे किसी सोसायटी में निवास कर रहे थे। पुलिस का मानना है कि ये दोनों साजिश के तहत इस विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए थे। पुलिस ने उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है और आवश्यक कानूनी कार्यवाही की जा रही है।
किसानों का आंदोलन जारी
यह घटना उस समय घटी, जब पिछले कई दिनों से किसान धरने पर बैठे हुए हैं और प्राधिकरण के विभिन्न कार्यों का विरोध कर रहे हैं। किसानों का आरोप है कि उनकी जमीनों का उचित मुआवजा नहीं दिया जा रहा और उनकी आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है। इस ताजा घटना के बाद किसानों का विरोध और भी तीव्र हो गया है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो वे अपना आंदोलन और भी उग्र करेंगे।
प्रशासन की स्थिति पर नजर
प्रशासन की स्थिति पर नजर
वहीं, प्रशासन और पुलिस पूरी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और किसी भी अनहोनी को रोकने के लिए तैयार हैं। इस प्रकार, ग्रेटर नोएडा में चल रहे इस विवाद ने स्थानीय निवासियों और किसानों के बीच एक नई चुनौती पेश की है।