Noida News : नोएडा के थाना सैक्टर 63 में पुलिस ने एक बड़े धोखाधड़ी के मामले का पर्दाफाश किया है, जिसमें ROBOTECHPRO IT LLP और M/S INTRAVISOR TECHNOLOGIES (OPC) PVT LTD नामक कंपनियों द्वारा फर्जी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ALGO ट्रेडिंग सॉफ्टवेयर का उपयोग कर ग्राहकों से पैसे ठगे गए। इस मामले में कुल 5 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें 4 पुरुष और 1 महिला शामिल हैं।
गिरफ्तारी और बरामदगी
पुलिस ने अभियुक्तों के कब्जे से 33 लैपटॉप, 23 की-पैड मोबाइल, 10 एंड्रॉइड मोबाइल फोन, 1 एचपी प्रिंटर, 3 स्टाम्प मोहर, 3 क्यूआर कोड, सर्टिफिकेट, ई-स्टाम्प प्रपत्र और चेक बुक बरामद की है। एडीसीपी सेंट्रल नोएडा, ह्रदयेश कठेरिया ने बताया कि यह कार्रवाई 29 अगस्त 2024 को की गई थी।
शिकायतकर्ता की कहानी
एक शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया कि उसने इंस्टाग्राम पर ROBOTECHPRO IT LLP का विज्ञापन देखा और 35,000 रुपये का पैकेज लिया, जिसके बाद उसे 2 लाख रुपये का नुकसान हुआ। जब उसने 3 लाख रुपये का पैकेज लिया, तो उसे फिर से नुकसान हुआ। इसके बाद उसे 5 लाख रुपये का पैकेज लेने के लिए कहा गया, जिससे उसके सभी नुकसान की भरपाई हो सके।
जांच की प्रक्रिया
पुलिस ने ROBOTECHPRO IT LLP के कार्यालय पर जाकर जांच की, जहां उन्हें कई संदिग्ध दस्तावेज और सॉफ्टवेयर मिले। जांच में पाया गया कि कंपनी का सर्टिफिकेट निलंबित था और वे सेबी के रजिस्ट्रार ब्रोकर के रूप में मान्यता प्राप्त नहीं थे।
धोखाधड़ी का तरीका
अभियुक्तों ने ग्राहकों को यह विश्वास दिलाया कि उनका ALGO ट्रेडिंग सॉफ्टवेयर शेयर बाजार में मुनाफा कमाने में मदद करेगा। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर विज्ञापन देकर ग्राहकों को आकर्षित किया और उनसे 14,000 रुपये से लेकर 1,20,000 रुपये तक वसूले। जब ग्राहक नुकसान उठाते थे, तो उन्हें नए सॉफ्टवेयर के लिए और पैसे देने के लिए कहा जाता था।
आगे की कार्रवाई
पुलिस ने इस मामले में मु0अ0सं0 384/2024 के तहत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। गिरफ्तार अभियुक्तों को जेल भेज दिया गया है और अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।