Noida News: 14 सितंबर , क्राइम ब्रांच नोएडा और थाना सेक्टर 58 पुलिस ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए मन्नू भोला नामक एक शातिर अपराधी को गिरफ्तार किया है। मन्नू भोला पर आरोप है कि उसने फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से नोएडा विकास प्राधिकरण की 200 करोड़ की एफडी में से 3.90 करोड़ रुपये हड़प लिए। मन्नू भोला के साथ उसके एक साथी को भी गिरफ्तार किया गया है।
मास्टरमाइंड की गिरफ्तारी
डीसीपी सेंट्रल नोएडा शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि पुलिस ने मन्नू भोला नामक आरोपी को गिरफ्तार किया है, जो इस धोखाधड़ी का मास्टरमाइंड था। मन्नू भोला के साथ त्रिदिब दास को भी गिरफ्तार किया गया है। इन दोनों पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित था। गिरफ्तारी के दौरान उनके कब्जे से कई फर्जी दस्तावेज, आधार कार्ड, पैन कार्ड और अन्य महत्वपूर्ण सामग्री बरामद की गई है।
धोखाधड़ी का खुलासा
नोएडा प्राधिकरण द्वारा 4 जुलाई 2023 को थाना सेक्टर-58 में एफआईआर दर्ज कराई गई थी कि नोएडा प्राधिकरण ने बैंक ऑफ इंडिया को 200 करोड़ रुपये की एफडी स्वीकार कराई थी। हालांकि, बैंक ने 30 जून 2023 को 3.90 करोड़ रुपये किसी अन्य खाते में ट्रांसफर कर दिए और एफडी की पुष्टि के लिए भेजा गया पत्र जाली पाया गया।
धोखाधड़ी का मास्टरमाइंड
मन्नू भोला और उसके साथियों ने फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से प्राधिकरण की एफडी को बैंक ऑफ इंडिया में खोलने का दावा किया। इन दस्तावेजों का इस्तेमाल कर उन्होंने 3.90 करोड़ रुपये ट्रांसफर कर दिए। जब 9 करोड़ रुपये का ट्रांसफर किया जा रहा था, तब बैंक ने संदेह जताया और जांच शुरू की। इस दौरान अब्दुल खादर नामक एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया, जिसने इस धोखाधड़ी में मदद की थी।
बरामद की गई सामग्री
गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने मन्नू भोला और त्रिदिब दास के पास से 7 मोहर, 5 आधार कार्ड, 2 पैन कार्ड, 14 डेबिट/क्रेडिट कार्ड, 5 चेक बुक, 2 पासबुक, और अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किए हैं। इन दस्तावेजों का उपयोग धोखाधड़ी के लिए किया गया था।
अभियुक्तों का विवरण
मन्नू भोला, निवासी बी ब्लॉक बी-1, स्काईलाइन अपार्टमेंट, फर्रुखाबाद, पश्चिम बंगाल और त्रिदिब दास, निवासी 9 हरी सावा स्ट्रीट, खिदरीपारा, कोलकाता, पश्चिम बंगाल, दोनों ही गिरफ्तार किए गए हैं। इन दोनों ने मिलकर इस धोखाधड़ी का मास्टरमाइंड प्लान बनाया और उसे अंजाम दिया।
पुलिस की कार्रवाई और भविष्य की योजना
डीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी के अनुसार, पुलिस ने इस केस में अब तक कई आरोपियों को गिरफ्तार किया है और आगे भी जांच जारी है। अभियुक्तों ने अपनी गिरफ्तारी के दौरान स्वीकार किया कि उन्होंने सरकारी विभागों की एफडी में धोखाधड़ी करने की योजना बनाई थी, लेकिन उन्हें पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया।
गिरफ्तारी टीम
इस सफल ऑपरेशन की जिम्मेदारी संभालने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक अमित कुमार, निरीक्षक हरेन्द्र सिंह राणा (अपराध शाखा, गौतमबुद्धनगर), और उप-निरीक्षक श्री दिनेश मलिक शामिल थे। इनकी सतर्कता और मेहनत से इस बड़े धोखाधड़ी के मामले का खुलासा हुआ और आरोपी पकड़े गए।
आगे की कार्रवाई
अभियुक्तों को न्यायालय में पेश किया जाएगा और मामले की जांच जारी है। पुलिस ने इस धोखाधड़ी के पीछे के मास्टरमाइंड मन्नू भोला के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।