Greater Noida News : 14 अक्टूबर , संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले किसान सभा, किसान परिषद, और जय जवान जय किसान मोर्चा के आह्वान पर हजारों की संख्या में किसानों ने मोजर बेयर गोल चक्कर पर इकट्ठा होकर कलेक्ट्रेट के लिए मार्च किया। इस आंदोलन में हजारों महिलाएं भी शामिल थीं। किसानों ने कलेक्ट्रेट का घेराव करते हुए स्पष्ट किया कि वे तब तक वहां रहेंगे जब तक हाई पावर कमेटी की रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की जाती।
हाई पावर कमेटी की सिफारिशें
किसान सभा के जिला अध्यक्ष डॉक्टर रूपेश वर्मा ने संबोधित करते हुए कहा कि हाई पावर कमेटी का गठन नए कानून को लागू करने, 10% प्लाट, और आबादियों के निस्तारण के लिए 21 फरवरी 2024 को किया गया था। उन्होंने बताया कि 31 अगस्त को कमेटी ने अपनी सिफारिशें सरकार को सौंप दी थीं, लेकिन सरकार ने उन पर कोई कार्रवाई नहीं की है।
किसानों की चिंताएं
किसान परिषद के सुखबीर खलीफा ने कहा कि किसान तब तक पक्का मोर्चा लगाएंगे जब तक रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं होती। एनटीपीसी के किसानों के संबंध में डीएम महोदय की अध्यक्षता में बनी कमेटी ने अभी तक अपनी रिपोर्ट सीएमडी को नहीं दी है। सुनील फौजी ने आरोप लगाया कि नए कानून को जानबूझकर जिले में लागू नहीं किया गया है।
सर्किल रेट और लंबित समस्याएं
किसानों ने सर्किल रेट के रिवीजन की कमी पर भी चिंता जताई। बृजेश भाटी ने कहा कि उनकी समस्याएं 1989 से लंबित हैं और वे बेसब्री से कमेटी की सिफारिशों का इंतजार कर रहे हैं।
समर्थन का विस्तार
आज के इस आंदोलन को आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रविंदर भाटी, जिला अध्यक्ष सुशील प्रधान, और समाजवादी पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष इंद्र प्रधान सहित कई अन्य नेताओं ने समर्थन दिया। हजारों महिला और पुरुष किसानों ने इस धरने में भाग लिया, जो उनकी एकजुटता और संघर्ष का प्रतीक है।
यह आंदोलन किसानों की समस्याओं के प्रति जागरूकता बढ़ाने और उनकी आवाज को सरकार तक पहुंचाने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है।