Dadri News : भारतीय किसान यूनियन मंच के तत्वावधान में एनटीपीसी से प्रभावित 24 गाँवों के किसानों ने राष्ट्रीय अध्यक्ष सुधीर चौहान और प्रदेश अध्यक्ष मनमिंदर भाटी के नेतृत्व में एक महत्वपूर्ण वार्ता का आयोजन किया। इस वार्ता का मुख्य उद्देश्य समान मुआवज़ा, रोजगार, शिक्षा, चिकित्सा और विकास कार्यों पर चर्चा करना था।
वैकल्पिक मार्ग की मांग
किसानों ने डीएम मनीष कुमार वर्मा से एनटीपीसी के मुख्य कनेक्टिंग रोड से अलग एक वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था की मांग की। यह मांग इसलिए की गई ताकि आए दिन हो रही दुर्घटनाओं से निजात मिल सके और गाँव के लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
प्रदूषण की समस्या
गाँव में हो रहे प्रदूषण के मुद्दे पर भी चर्चा हुई। डीएम ने स्वयं गाँव में जाकर कैंपिंग करने का सुझाव दिया, जिससे पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड को सही रिपोर्ट भेजी जा सके। यह कदम प्रदूषण की समस्या को गंभीरता से लेने का संकेत है।
रोजगार मेला और मुआवज़ा
रोजगार मेले में सभी एनटीपीसी से प्रभावित किसानों के बच्चों को समानता के आधार पर नौकरी देने की बात उठाई गई। इसके साथ ही, मुआवज़े के मुद्दे पर भी चर्चा की गई, ताकि प्रभावित परिवारों को उचित सहायता मिल सके।
सड़क की स्थिति सुधारने की आवश्यकता
ग्रामीण क्षेत्र में सड़क में हो रहे गड्ढों को व्यवस्थित करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया गया। इसके अलावा, एनटीपीसी द्वारा बनाई गई पुरानी सड़कों को वर्तमान में पीडब्ल्यूडी डिपार्टमेंट में लिस्टिंग करने की बात भी हुई, जिससे सड़कों का समाधान हो सके और रेसिफेसिंग की जा सके।
समाधान की अपेक्षा
राष्ट्रीय अध्यक्ष सुधीर चौहान ने डीएम से सभी बिंदुओं पर विचार करके जल्द से जल्द समाधान कराने का आग्रह किया। इस वार्ता में देवकुमार नम्बरदार, यशपाल राणा, निरंजन राणा, मनदीप राघव, और अन्य किसान नेता उपस्थित रहे, जो सभी 24 गाँवों के किसानों का प्रतिनिधित्व कर रहे थे।
इस वार्ता ने किसानों की समस्याओं को उठाने और समाधान की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाने का कार्य किया है।