Greater Noida West News : बालकनी की खेलकूद बनी मौत का कारण: गौड़ सिटी-2 की 14वीं एवेन्यू सोसाइटी में रहने वाली दो साल की मासूम आयाना 27वीं मंजिल की बालकनी में खेल रही थी। खेलते-खेलते वह बालकनी की रेलिंग के पास पहुंच गई और संतुलन खोकर 12वीं मंजिल पर गिर गई।
एक मां का दर्द
वेंटिलेटर पर हर दिन एक नई उम्मीद: आयाना की मां ने बताया कि घटना के बाद से वह बालकनी की ओर देखने से भी डरती थी। बेटी को हर दिन वेंटिलेटर पर देखना उनके लिए बेहद कठिन था। डॉक्टरों ने आयाना के सिर, हाथ, पैर, और रीढ़ की हड्डी में चोटों की जानकारी दी थी। गिरने की वजह से उसके फेफड़े भी प्रभावित हुए थे।
चमत्कार या चिकित्सा?
24 दिनों की जंग: लगातार 24 दिनों तक जिंदगी और मौत से लड़ने के बाद, आखिरकार 12 अक्टूबर को आयाना ने सुधार के संकेत दिए और डॉक्टरों ने उसे वेंटिलेटर से हटाया।
परिवार की खुशी
घर वापसी: बच्ची की घर वापसी पर परिवार में खुशी का माहौल छा गया, और सभी के चेहरों पर संतोष के भाव दिखने लगे।
आयाना का मामला एक चमत्कार या चिकित्सा के रूप में देखा जा सकता है। यह घटना हमें बच्चों की सुरक्षा के प्रति सचेत करती है। हमें अपने बच्चों को हमेशा अपनी नजर में रखना चाहिए और उन्हें सुरक्षित वातावरण प्रदान करना चाहिए।