उत्तराखण्ड चार धाम यात्रा 2024 हेतु 13 मई शाम 4 बजे तक कुल 26,05,428 श्रद्धालुओं ने करवाया पंजीकरण।
चार धाम यात्रा में उमड़ी भीड़ से चरमराई व्यवस्था का ठीकरा पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने स्थानीय लोगो पर फोड़ दिया।
सकरे रास्ते में परेशानी
यमुनोत्री धाम के कपाट खुलते ही पैदल मार्ग पर श्रद्धालुओं का आना चालू हो गया उसके बाद वहाँ पर जाम लगना चालू हो गया सबसे अधिक परेशानी पाली गाड़ से लेकर फूल चड्डी तक संस्कारी सड़क पर हुई बड़कोर्ट से जानकीचड्डी तक गाड़ियों की लंबी लंबी क़तार देखी गई। सैकड़ों लोगों ने गाड़ियों में शुक्र – शनिवार की रात गुज़ारी ।
हालात में बेहतरीन का दावा
महँगाई चरम पर है श्रद्धालुओं ने बताया दो दो रोटी अचार के साथ पाँचसौ रुपये माँगे जा रहे है गढ़वाल के कमिश्नर विनय शकर पांडेय ने कहा कि परेशानी दूर करने के लिए यमुनोत्री हाईवे पर आवाजाही रेगुलेट किया जा रहा है पैदल मार्ग पर डंडी – कड़ी और खच्चरों से रोटेशन चलाया जा रहा है
चार धाम यात्रा खुलते ही लोग ऐसे उमड़ रहे है जैसे की भगवान केवल 1 हफ्ते ही दर्शन देंगे भक्तो को ।
लोग घबराहट के मारे मर रहे है। रहने और खाने को भी कोई व्यवस्था नहीं है लोगो ने 2013 में हुई केदारनाथ त्रासदी से भी कुछ नहीं सीखा है। सबको यह पता होना चाहिए की चार धाम यात्रा एक हफ्ते के लिए नहीं बल्कि 4 महीने के लिए खुलती है ।
चार धाम यात्रा में उमड़ी भीड़ से चरमराई व्यवस्था का ठीकरा पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने स्थानीय लोगो पर फोड़ दिया।
मंत्री जी कहते है कि स्थानीय डोली वाले और स्थानीय लोगों की वजह से भीड़ बढ़ी, रेगुलेट करने के लिए सभी डीएम को बोला है।
व्यवस्था नहीं बना पाये तो कुछ भी बोल देंगे
श्रद्धालुओं भीड़ उमड़ने की वजह
वैसे इस भीड़ में सबसे ज्यादा लोग आपको यूट्यूब वाले, फेसबुक वाले, रील बनाने वाले ही मिलेंगे। जिनका लक्ष्य दर्शन करना नही बल्कि अपने चैनल पर सबसे पहले फोटो और वीडियो डालना है। यह लोग दर्शन के लिए कभी जाते ही नही है। या तो इनका लक्ष्य घूमना होता है या सोशल मीडिया और फोटो डाल कर पैसे कमाना। और इन जैसे मूर्खों की वजह से जो सच्चे भक्त दर्शन करने आते हैं उनको असुविधा का सामना करना पड़ता है।