Greater Noida west News : नोएडा और ग्रेटर नोएडा वेस्ट के निवासियों के लिए बड़ी खुशखबरी है। लंबे समय से प्रतीक्षित नोएडा-ग्रेटर नोएडा वेस्ट मेट्रो परियोजना को आखिरकार मंजूरी मिल गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में इस परियोजना के लिए 394 करोड़ रुपये की मंजूरी दी गई।
निर्माण कार्य जल्द शुरू
वित्तमंत्री सुरेश खन्ना ने शुक्रवार को लोकभवन में बताया कि नोएडा से ग्रेटर नोएडा में यातायात को और सुगम बनाने के लिए 17.435 किमी लंबी सेक्टर-51 नोएडा स्टेशन से ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क 20 तक एक्वा लाइन मेट्रो परियोजना के विस्तार के संबंध में कैबिनेट द्वारा प्रस्ताव स्वीकृत किया गया है। सूत्रों के अनुसार, अगले छह महीनों में इस मेट्रो परियोजना का निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
यातायात में मिलेगी राहत
यह परियोजना नोएडा और ग्रेटर नोएडा के बीच यातायात को सुगम बनाएगी। इसके अलावा, सेक्टर-61 स्टेशन के माध्यम से डीएमआरसी की ब्लू लाइन और एक्वा लाइन जुड़ने से दिल्ली, नोएडा और ग्रेटर नोएडा वेस्ट के यात्रियों को भी राहत मिलेगी। इस मेट्रो लाइन के शुरू होने से सड़कों पर गाड़ियों का दबाव कम होगा और नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे तथा डीएनडी फ्लाईओवर पर ट्रैफिक की समस्या से निजात मिलेगी।
कैबिनेट में प्रस्ताव पारित
शुक्रवार को हुई कैबिनेट बैठक में प्रस्ताव को मंजूरी दी गई, जिसमें इस रूट पर मेट्रो विस्तार को हरी झंडी दी गई। उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने जानकारी दी कि इस परियोजना पर कुल खर्च का आधा भाग केंद्र सरकार और आधा राज्य सरकार द्वारा वहन किया जाएगा। राज्य सरकार की 40 प्रतिशत राशि नोएडा अथॉरिटी और 60 प्रतिशत राशि ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी से आएगी।
मेट्रो लाइन के प्रमुख बिंदु
- कुल लंबाई: 17.435 किलोमीटर
- नए स्टेशन: 11
- कुल लागत: 394 करोड़ रुपये
- वित्तीय भार: केंद्र और राज्य सरकारें बराबर-बराबर खर्च करेंगी। राज्य सरकार का हिस्सा नोएडा और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरणों द्वारा वहन किया जाएगा।
नए स्टेशन का निर्माण
इस मेट्रो लाइन पर 11 नए स्टेशन बनाए जाएंगे, जिनमें शामिल हैं:
– नोएडा सेक्टर-51
– नोएडा सेक्टर-61
– नोएडा सेक्टर-70
– नोएडा सेक्टर-122
– नोएडा सेक्टर-123
– ग्रेटर नोएडा सेक्टर-4
– इकोटेक-12
– ग्रेटर नोएडा सेक्टर-2
– ग्रेटर नोएडा सेक्टर-3
– ग्रेटर नोएडा सेक्टर-10
– ग्रेटर नोएडा नॉलेज पार्क-5
ग्रेटर नोएडा वेस्ट मेट्रो परियोजना को मंजूरी मिलने से क्षेत्र के विकास को गति मिलेगी और लोगों को बेहतर कनेक्टिविटी उपलब्ध होगी। यह परियोजना नोएडा और ग्रेटर नोएडा को एकीकृत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।