Greater Noida News : गैंगस्टर सुंदर भाटी को इलाहाबाद हाईकोर्ट से मिली जमानत ने एक बार फिर से हड़कंप मचा दिया है। उत्तर प्रदेश सरकार ने इस फैसले को चुनौती देने का मन बना लिया है और सुप्रीम कोर्ट में जमानत याचिका को रद्द कराने के लिए याचिका दायर करने की तैयारी कर रही है।
नोएडा पुलिस ने बढ़ाई निगरानी
सुंदर भाटी पर हत्या, लूट, अवैध वसूली जैसे गंभीर अपराधों के 60 से अधिक मामले दर्ज हैं। इलाहाबाद हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद से ही नोएडा पुलिस ने उसके पर नजर रखना शुरू कर दिया है। पुलिस की एक टीम लगातार उसके दिल्ली स्थित घर के बाहर तैनात है और उसकी गतिविधियों पर नजर रख रही है।
सरकार की कड़ी कार्रवाई
उत्तर प्रदेश सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। लखनऊ में बैठे पुलिस और प्रशासन के शीर्ष अधिकारियों ने नोएडा पुलिस से सुंदर भाटी के खिलाफ जिले में दर्ज केस की प्रगति रिपोर्ट मांगी है। साथ ही, गाजियाबाद सहित पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों में दर्ज सुंदर भाटी के खिलाफ दर्ज मुकदमे हुई कार्रवाई के साथ उसके जमानतदारों का ब्योरा भी मांगा गया है।
सुप्रीम कोर्ट में याचिका
सरकार का मानना है कि अगर सुंदर भाटी जमानत पर बाहर रहा तो वह फिर से अपराध को अंजाम दे सकता है। इसीलिए सरकार सुप्रीम कोर्ट में एक विशेष याचिका दायर करेगी और जमानत याचिका को रद्द करने की मांग करेगी।
सुंदर भाटी के खिलाफ दर्ज मामले
सुंदर भाटी पर पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष नरेश भाटी, स्क्रैप माफिया रवि काना के बड़े भाई हरेंद्र नागर और उनके सरकारी गनर भूदेव शर्मा की हत्या सहित 60 आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। हरेंद्र नागर की हत्या के आरोप में गौतमबुद्धनगर कोर्ट ने उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी, लेकिन हाईकोर्ट ने सुंदर भाटी को जमानत दे दी है।
नोएडा पुलिस की कार्रवाई
नोएडा पुलिस सुंदर भाटी की जमानत खारिज कराने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। पुलिस ने सुंदर भाटी के खिलाफ जिले की बादलपुर, सूरजपुर, बिसरख, दादरी, दनकौर, कासना आदि कोतवाली में दर्ज हत्या, लूट, अवैध वसूली, जानलेवा हमला, रंगदारी जैसे गंभीर मामलों को मजबूत करने का काम शुरू कर दिया है।
सुंदर भाटी की जमानत रद्द करने के लिए सरकार की ओर से की जा रही कार्रवाई से यह स्पष्ट है कि सरकार अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है।