Greater Noida News : नोएडा, यमुना और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में वर्षों से लंबित पड़ी विभिन्न मांगों को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर आज किसान दिल्ली कूच कर रहे हैं। दिल्ली कूच से पहले किसान संगठनों के नेता और कार्यकर्ता महामाया फ्लाईओवर पहुंचे, जहां किसान जमकर नारेबाजी कर रहे हैं। ट्रैक्टर ट्राली और अन्य माध्यमों से दिल्ली जाने की तैयारी में हैं।
जमीन अधिग्रहण के मार्केट रेट पर 4 गुना मुआवजा और अन्य मांगों को लेकर ग्रेटर नोएडा यमुना प्राधिकरण से ट्रैक्टर-ट्रॉली पर किसानों ने दिल्ली में संसद का घेराव करने के लिए निकल चुके हैं।
पुलिस ने कई किसान नेताओं को गिरफ्तार भी किया है। @noidapolice ! pic.twitter.com/yYOffCIsCO— Bharatiya Talk (भारतीय टॉक न्यूज़) (@BTalknews) December 2, 2024
महामाया फ्लाईओवर पर तनातनी
- किसानों का एकत्रीकरण: किसान महामाया फ्लाईओवर पर एकत्रित हुए और दिल्ली की ओर बढ़ने लगे।
- पुलिस का प्रतिरोध: पुलिस ने किसानों को रोकने का प्रयास किया, जिससे दोनों पक्षों के बीच तनातनी हुई।
- यातायात प्रभावित: किसानों के प्रदर्शन के कारण चिल्ला बॉर्डर, कालिंदी कुंज और डीएनडी पर यातायात बाधित हुआ।
पुलिस की चेकिंग और यातायात डायवर्जन
किसानों के दिल्ली मार्च को लेकर सुबह से ही पुलिस के अधिकारी बॉर्डर पर लगातार चेकिंग कर रहे हैं। कई रूटों पर यातायात डायवर्जन किया गया है, जिसके चलते नोएडा की सड़कों पर वाहनों की लंबी कतारें लग गई हैं। चिल्ला बॉर्डर, कालिंदी कुंज, और डीएनडी पर वाहन चालकों को भीषण जाम का सामना करना पड़ा है।
किसानों की मांगें
संयुक्त किसान मोर्चा के नेता डॉक्टर रुपेश वर्मा, सुखबीर खलीफा, पवन खटाना, और अन्य नेताओं ने बताया कि सभी 10 घटक संगठनों ने 10 फीसदी आबादी प्लाट और नए भूमि अधिग्रहण कानून के सभी लाभों को लागू करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि 10 फीसदी आबादी प्लाट का मसला वर्षों से लंबित है और किसानों को इससे वंचित रखा गया है, जो कि नाइंसाफी और वादा खिलाफी है।
- निर्णायक लड़ाई: किसान नेताओं ने कहा कि वे किसानों की मांगों को पूरा कराकर ही दिल्ली से वापस लौटेंगे।
- नाइंसाफी का विरोध: उन्होंने आरोप लगाया कि किसानों के साथ नाइंसाफी हुई है और उन्हें 10% आबादी प्लाट से वंचित रखा गया है।
आंदोलन की स्थिति
किसान महामाया फ्लाईओवर पर इकट्ठा हुए और वहां से दिल्ली के लिए कूच किया। पुलिस के अधिकारियों ने उन्हें जगह-जगह रोका, और खबर लिखे जाने तक किसानों और पुलिस के अधिकारियों के बीच रस्साकसी जारी थी। किसान दिल्ली की सीमा में प्रवेश नहीं कर पाए हैं, और उनकी मांगों को लेकर संघर्ष जारी है।
- लंबित मांगें: संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में हजारों किसानों ने नोएडा, यमुना और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की लंबित मांगों को लेकर दिल्ली कूच किया।
- 10% आबादी प्लाट: किसानों की प्रमुख मांग 10% आबादी प्लाट का मुद्दा है, जो वर्षों से लंबित पड़ा है।
- अधिग्रहण कानून: किसान नए भूमि अधिग्रहण कानून के सभी लाभों को लागू करने की मांग कर रहे हैं।
इस आंदोलन के माध्यम से किसान अपनी आवाज उठाने और अपनी मांगों को पूरा कराने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं।