यमुना में शुरू होगी वाटर टैक्सी: 200 किमी लंबे रूट पर चलेगी वाटर टैक्सी, हथिनी कुंड से दिल्ली तक जलमार्ग , NCR के ट्रैफिक जाम से मिलेगी राहत ,

Water taxi will start in Yamuna: Water taxi will run on 200 km long route, waterway from Hathini Kund to Delhi, will provide relief from traffic jam in NCR,

Bharatiya Talk
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Photo Credit AI : यमुना में शुरू होगी वाटर टैक्सी: 200 किमी लंबे रूट पर चलेगी वाटर टैक्सी, हथिनी कुंड से दिल्ली तक जलमार्ग , NCR के ट्रैफिक जाम से मिलेगी राहत ,


NCR News / Water taxi Yamuna :
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में बढ़ते ट्रैफिक जाम की समस्या से निपटने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (IWAI) यमुना नदी में जल परिवहन सेवा ( Water taxi ) शुरू करने की योजना बना रहा है। यह परियोजना NCR के लाखों लोगों के लिए यात्रा को सुगम और तेज़ बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित हो सकती है।

200 किमी लंबा वाटर रूट:

इस महत्वाकांक्षी परियोजना के तहत, हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से दिल्ली के सोनिया विहार तक 200 किलोमीटर लंबा वाटर रूट विकसित किया जाएगा। यह रूट पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के क्षेत्रों को दिल्ली से जोड़ेगा, जिससे इन क्षेत्रों के लोगों को काफी फायदा होगा।

यमुना में शुरू होगी वाटर टैक्सी: 200 किमी लंबे रूट पर चलेगी वाटर टैक्सी, हथिनी कुंड से दिल्ली तक जलमार्ग , NCR के ट्रैफिक जाम से मिलेगी राहत ,
Photo credit AI : यमुना में शुरू होगी वाटर टैक्सी: 200 किमी लंबे रूट पर चलेगी वाटर टैक्सी, हथिनी कुंड से दिल्ली तक जलमार्ग , NCR के ट्रैफिक जाम से मिलेगी राहत ,

जलस्तर का सर्वे और जलयान का अध्ययन:

IWAI के निदेशक पंकज त्यागी के अनुसार, मई और जून के महीनों में यमुना नदी के जलस्तर का विस्तृत सर्वे किया जाएगा। वाटर टैक्सी ( Water taxi ) के संचालन के लिए तीन से चार मीटर का जलस्तर अनिवार्य है। इसके साथ ही, शिपिंग कॉर्पोरेशन लिमिटेड वर्तमान में अप और डाउन स्ट्रीम में जलयान की गति का अध्ययन कर रहा है, ताकि जल परिवहन की व्यवहार्यता सुनिश्चित की जा सके।

जुलाई से सेवा शुरू होने की संभावना:

यदि सब कुछ योजना के अनुसार चलता रहा, तो यमुना नदी में जल परिवहन सेवा जुलाई से शुरू हो सकती है। शुरुआत में छोटे जलयानों का संचालन किया जाएगा। इनकी सफलता के बाद, बड़े जलयानों को भी इस रूट पर उतारा जाएगा, जिनमें मोटरसाइकिल और छोटी कारों जैसे वाहनों का भी परिवहन संभव होगा।

क्षेत्रीय लाभ और वाराणसी-डिब्रूगढ़ मॉडल:

यह नई जल परिवहन सेवा सहारनपुर और बागपत सहित उत्तराखंड और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लोगों के लिए बहुत उपयोगी साबित होगी। उन्हें दिल्ली तक पहुंचने का एक तेज और सुविधाजनक विकल्प मिलेगा। यह परियोजना वर्तमान में वाराणसी से डिब्रूगढ़ तक संचालित जलमार्ग की तर्ज पर विकसित की जा रही है, जो पहले से ही सफल साबित हो रही है।

NCR के ट्रैफिक जाम से राहत:

यमुना में शुरू होने वाली यह जल परिवहन सेवा NCR के ट्रैफिक जाम को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। इससे सड़कों पर वाहनों का दबाव कम होगा और लोगों को कम समय में अपने गंतव्य तक पहुंचने में मदद मिलेगी।

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