Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा के थाना जारचा क्षेत्र के ग्राम खंडेरा में एक दलित व्यक्ति के घर को पूर्व प्रधान और उसके साथियों द्वारा बिना किसी सरकारी आदेश के ध्वस्त करने का मामला सामने आया है। पीड़ित ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है, जिसमें पूर्व प्रधान और उसके परिवार के सदस्यों पर मारपीट और जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया गया है।
पीड़ित की आपबीती
पीड़ित नेपाल सिंह, जो खंडेरा की हरिजन बस्ती में रहते हैं, ने पुलिस को बताया कि वे पिछले 40-45 सालों से इस जमीन पर अपना मकान बनाकर रह रहे हैं। उनका कहना है कि यह जमीन हरिजन बस्ती के लिए आरक्षित है। बीती रात पूर्व प्रधान वीरेंद्र, उनके पुत्र नितेंद्र, पोते निक्की, राकेश, रमेश, सुनील, कूड़े और 20-25 अज्ञात व्यक्तियों ने उनके घर पर धावा बोल दिया। उन्होंने बिना किसी पूर्व सूचना या सरकारी आदेश के उनके घर को तोड़ दिया।
महिलाओं से मारपीट और जातिसूचक गालियां
जब पीड़ित के घर की महिलाओं और बच्चों ने घर तोड़ने का विरोध किया, तो आरोपियों ने उनके साथ मारपीट की और जातिसूचक गालियां दीं। पीड़ित का आरोप है कि आरोपियों का व्यवहार बेहद अपमानजनक था और उन्होंने महिलाओं को भी नहीं बख्शा।
वर्तमान प्रधान के साथ भी बदतमीजी
पीड़ित के अनुसार, जब वर्तमान ग्राम प्रधान मौके पर पहुंचे, तो पूर्व प्रधान और उनके साथियों ने उनके साथ भी बदतमीजी की। इससे पता चलता है कि आरोपियों का रवैया कितना दबंगई भरा था।
आरोपियों का आपराधिक इतिहास
पीड़ित ने यह भी बताया कि आरोपियों के खिलाफ 10 साल पहले भी वाल्मीकि समाज के लोगों के साथ मारपीट का मामला दर्ज है, जो अभी गौतम बुद्ध नगर न्यायालय में विचाराधीन है। इससे स्पष्ट है कि आरोपियों का आपराधिक इतिहास रहा है।
जान का खतरा और पुलिस कार्रवाई
पीड़ित नेपाल सिंह ने आरोपियों से अपनी जान का खतरा बताया है। थाना प्रभारी ने बताया कि घटना की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है और पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है। पुलिस का कहना है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह घटना दलित समुदाय के खिलाफ उत्पीड़न और दबंगई का एक गंभीर मामला है, जिसकी निष्पक्ष जांच और त्वरित कार्रवाई की उम्मीद की जा रही है।