Greater Noida/ भारतीय टॉक न्यूज़: दनकौर कोतवाली क्षेत्र के रामकली लॉ कॉलेज में पढ़ाने वाले सहायक प्रोफेसर मनीष कुमार ने आरोप लगाया है कि उन्हें अनुसूचित जाति होने के कारण बार-बार अपमानित किया जा रहा है। उनका वेतन रोक दिया गया है और कॉलेज मालिक मनोज भारद्वाज द्वारा जाति सूचक शब्दों का इस्तेमाल करके उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है। इस मामले में पीड़ित प्रोफेसर ने थाना दनकौर में मुकदमा दर्ज कराया है और पुलिस जांच में जुट गई है।
कॉलेज मालिक पर लगे गंभीर आरोप
पीड़ित प्रोफेसर के अनुसार, कॉलेज मालिक मनोज भारद्वाज ने 2018 में शोभित पुत्र संजीव अग्रवाल को विश्वविद्यालय और बार काउंसिल ऑफ इंडिया के नियमों का उल्लंघन करके अवैध तरीके से एडमिशन दिया था। इस मामले में शोभित अग्रवाल ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय में रिट दाखिल की थी। प्रोफेसर मनीष कुमार को इस रिट की पैरवी के लिए इलाहाबाद भेजा गया, लेकिन चौथी बार जाने से मना करने पर उनका वेतन रोक दिया गया।
जाति सूचक शब्दों का इस्तेमाल और धमकियां
प्रोफेसर मनीष कुमार ने बताया कि कॉलेज मालिक मनोज भारद्वाज ने उनकी जाति पूछी और जब उन्होंने बताया कि वे अनुसूचित जाति से हैं, तब से उन्हें बार-बार जाति सूचक शब्दों से अपमानित किया जा रहा है। मनोज भारद्वाज ने उन्हें धमकी दी कि वे उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकते और जहां चाहें शिकायत कर सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि उनके खिलाफ उच्च न्यायालय में कई मामले विचाराधीन हैं और वे बड़े लोगों के साथ उठते-बैठते हैं।
कॉलेज में शिक्षण व्यवस्था पर भी उठे सवाल
पीड़ित प्रोफेसर ने आरोप लगाया कि कॉलेज में एलएलबी की कक्षाएं नियमित रूप से नहीं चलती हैं। इसके अलावा, कॉलेज मालिक ने उन्हें परेशान करने के लिए उनका वेतन रोक दिया और उन्हें कॉलेज छोड़ने के लिए मजबूर करने की कोशिश की।
पुलिस जांच में जुटी, मामला गंभीर
थाना दनकौर के प्रभारी मुनेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि पीड़ित प्रोफेसर की शिकायत पर मुकदमा दर्ज किया गया है और पुलिस मामले की जांच कर रही है। इस मामले में राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग में भी शिकायत की गई है। पुलिस ने कहा कि जल्द ही सभी पक्षों से पूछताछ की जाएगी और आरोपों की सच्चाई सामने लाई जाएगी।