Greater Noida / भारतीय टॉक न्यूज़: नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के तीसरे और चौथे चरण के विस्तार के लिए अधिसूचित जमीन पर हो रहे अवैध पक्के निर्माणों पर अब प्रशासन सख्त कार्रवाई करने की तैयारी में है। सोमवार को जिला प्रशासन की टीम ने तीन गांवों – मुकीमपुर सिवारा, किशोरपुर और रामनेर में चल रहे 16 से अधिक पक्के निर्माण कार्यों को तत्काल रुकवा दिया। इसके साथ ही, इन निर्माणों के मालिकों को कड़ी चेतावनी दी गई है कि अधिसूचित जमीन पर किसी भी प्रकार का निर्माण अवैध है और इसे जल्द ही ध्वस्त कर दिया जाएगा।
अवैध निर्माण ध्वस्त करने के लिए गठित की गईं चार टीमें
जिला प्रशासन ने नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की अधिसूचित जमीन पर हो रहे अवैध निर्माणों को ध्वस्त करने के लिए गांव वार चार विशेष टीमों का गठन किया है। यह कदम तीसरे और चौथे चरण में 14 गांवों की 2053 हेक्टेयर जमीन के अधिग्रहण की प्रक्रिया को सुचारू रूप से पूरा करने के उद्देश्य से उठाया गया है।
अधिकारियों ने दी चेतावनी, धारा 11 के तहत कार्रवाई शुरू
एयरपोर्ट के नोडल अधिकारी दुर्गेश सिंह ने सोमवार को बताया कि टीम ने मुकीमपुर सिवारा, किशोरपुर और रामनेर में 16 से अधिक स्थानों पर जाकर पक्के निर्माण रुकवा दिए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि प्राधिकरण को धारा 11 के तहत इन अवैध निर्माणों को ध्वस्त करने के लिए पत्र भेज दिया गया है, जिसके तहत जल्द ही कार्रवाई शुरू की जाएगी। इसी तरह, अन्य गांवों में भी टीमें लगातार दौरा कर रही हैं और जहां भी अवैध निर्माण पाया जा रहा है, उसे तत्काल रुकवाया जा रहा है।
अधिसूचित क्षेत्र में निर्माण अवैध, नहीं मिलेगा कोई मुआवजा
जेवर के एसडीएम अभय कुमार ने स्पष्ट रूप से कहा कि अधिसूचित क्षेत्र में किसी भी प्रकार का निर्माण पूरी तरह से अवैध है और ऐसे निर्माण करने वाले किसानों को अधिग्रहण के दौरान किसी भी प्रकार का अतिरिक्त लाभ या मुआवजा नहीं दिया जाएगा। उन्होंने किसानों से अपील की कि वे अधिसूचित जमीन पर किसी भी प्रकार का नया निर्माण न करें।
हजारों किसान होंगे प्रभावित, विस्थापन की भी तैयारी
जेवर एयरपोर्ट के तीसरे और चौथे चरण के इस अधिग्रहण से इन गांवों के लगभग 42 हजार किसान प्रभावित होंगे, जबकि लगभग साढ़े नौ हजार किसानों को अपने घरों से विस्थापित होना पड़ेगा। जिला प्रशासन किसानों से सहमति लेने की प्रक्रिया लगातार जारी रखे हुए है, ताकि अधिग्रहण की प्रक्रिया शांतिपूर्वक संपन्न हो सके।