Ghaziabad News/ भारतीय टॉक न्यूज़: गाजियाबाद और ग्रेटर नोएडा वेस्ट के बीच रोजाना यात्रा करने वाले लाखों लोगों के लिए एक अच्छी खबर है। नेशनल हाईवे-9 (NH-9) से शाहबेरी के बीच लगने वाले भीषण ट्रैफिक जाम की समस्या जल्द ही अतीत की बात हो सकती है। गाजियाबाद नगर निगम ने इस चुनौती से निपटने के लिए एक प्रभावी योजना तैयार की है, जिसके तहत शाहबेरी मार्ग के पास बह रहे नाले के ऊपर एक चौड़ी सड़क का निर्माण किया जाएगा, जिससे यातायात प्रवाह में काफी सुधार होने की उम्मीद है।
वर्तमान स्थिति: संकरा रास्ता और रोजाना का महाजाम
वर्तमान में, NH-9 को क्रॉसिंग रिपब्लिक होते हुए ग्रेटर नोएडा वेस्ट से जोड़ने वाला शाहबेरी मार्ग काफी संकरा है। कम चौड़ाई के कारण, खासकर सुबह और शाम के पीक आवर्स में, इस मार्ग पर वाहनों का भारी दबाव रहता है और अक्सर लंबा जाम लग जाता है। इस मार्ग का उपयोग रोजाना लाखों लोग करते हैं, जिन्हें जाम के कारण न केवल समय की बर्बादी झेलनी पड़ती है, बल्कि मानसिक परेशानी और ईंधन की अतिरिक्त खपत का भी सामना करना पड़ता है।
समाधान: नाले के ऊपर बनेगी 45 मीटर चौड़ी सड़क
इस विकट समस्या के समाधान के लिए नगर निगम ने एक अनूठी और स्थायी योजना बनाई है। योजना के तहत, पहले शाहबेरी मार्ग के पास बह रहे मौजूदा नाले को व्यवस्थित कर करीब दो किलोमीटर लंबा नया पक्का नाला बनाया जाएगा। इसके बाद, इसी नवनिर्मित नाले के ऊपर 45 मीटर चौड़ी सड़क का निर्माण किया जाएगा। यह अतिरिक्त चौड़ाई वाहनों को सुगमता से निकलने के लिए पर्याप्त जगह प्रदान करेगी, जिससे ट्रैफिक जाम में भारी कमी आने की उम्मीद है।
क्रॉसिंग रिपब्लिक समेत लाखों यात्रियों को मिलेगी राहत
इस नई सड़क परियोजना का सीधा और सबसे बड़ा लाभ क्रॉसिंग रिपब्लिक क्षेत्र में स्थित लगभग 29 बड़ी आवासीय सोसाइटियों को मिलेगा, जिनमें एक लाख से अधिक लोग निवास करते हैं। इन निवासियों के लिए गाजियाबाद शहर और ग्रेटर नोएडा वेस्ट की ओर आना-जाना बेहद सुगम और तेज हो जाएगा। इसके अलावा, NH-9 से ग्रेटर नोएडा वेस्ट जाने वाले अन्य सभी यात्रियों को भी इस वैकल्पिक और चौड़े मार्ग से फायदा होगा, जिससे उनका यात्रा समय घटेगा और सफर आरामदायक बनेगा।
परियोजना की लागत और वर्तमान स्थिति: ₹132 करोड़ का प्रोजेक्ट, जल्द मंजूरी की उम्मीद
नगर निगम के अधिकारियों के अनुसार, इस महत्वाकांक्षी परियोजना की विस्तृत रूपरेखा तैयार कर मंजूरी के लिए उत्तर प्रदेश शासन को भेज दी गई है। इस प्रस्ताव पर अब तक दो दौर की बैठकें हो चुकी हैं, और उम्मीद जताई जा रही है कि अगली बैठक में परियोजना को औपचारिक स्वीकृति मिल जाएगी। इस महत्वपूर्ण निर्माण कार्य की जिम्मेदारी जल निगम की कार्यदायी संस्था ‘कंस्ट्रक्शन एंड डिजाइन सर्विसेज’ (C&DS) को सौंपी गई है। परियोजना की अनुमानित लागत लगभग 132 करोड़ रुपये आंकी गई है। मंजूरी मिलते ही निर्माण कार्य शुरू होने की संभावना है, जिससे क्षेत्रवासियों को जल्द ही जाम से स्थायी निजात मिल सकेगी।