Greater Noida/ भारतीय टॉक न्यूज़: सोमवार रात, यमुना प्राधिकरण की एक टीम, जिसमें सहायक प्रबंधक (परियोजना) संजय कुमार श्रीवास्तव, सुपरवाइजर प्रमोद कुमार, गनमैन हरेंद्र सिंह, उदयवीर सिंह और सुरक्षाकर्मी विनोद कुमार शामिल थे, यमुना सिटी के सेक्टर-17, थाना दनकौर क्षेत्र में अवैध खनन की सूचना पर पहुंची।

माफिया द्वारा हमला और गोलीबारी:
अधिकारियों ने मौके पर एक जेसीबी और चार डंपर को अवैध खनन करते हुए पाया। जब टीम ने खनन रोकने का प्रयास किया, तो माफिया और उनके साथियों ने कथित तौर पर टीम पर गोलियां चलानी शुरू कर दीं। टीम के सदस्यों ने अपनी जान बचाने के लिए जमीन पर लेटकर शरण ली।
सरकारी वाहन को पलटा:
जब टीम के सदस्य अपनी सरकारी गाड़ी की ओर भागे, तो आरोपियों ने जेसीबी का इस्तेमाल करके उस वाहन को भी पलट दिया। अधिकारियों ने बताया कि टीम किसी तरह घटनास्थल से बचकर दनकौर कोतवाली पहुंची और पुलिस को घटना की सूचना दी।
शिकायत और गिरफ्तारी:
प्राधिकरण के सहायक प्रबंधक संजय कुमार श्रीवास्तव ने एक नामजद और 8-9 अज्ञात लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों, रविंद्र पुत्र सुरेंद्र और निक्की पुत्र हरपाल को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने घटनास्थल से एक जेसीबी और एक डंपर भी बरामद किया है। अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।
अवैध खनन की समस्या:
यमुना विकास प्राधिकरण द्वारा विकसित किए जा रहे विभिन्न सेक्टरों में अवैध खनन एक गंभीर समस्या बनी हुई है। प्राधिकरण ने अवैध खनन और अतिक्रमण को रोकने के लिए सुरक्षाकर्मी तैनात किए हैं, लेकिन खनन माफिया जेसीबी मशीनों से लगातार अवैध खनन कर रहे हैं और डंपरों में मिट्टी भरकर अन्यत्र ले जा रहे हैं।
पहले भी दर्ज हो चुका है मामला:
यह पहली बार नहीं है जब यमुना प्राधिकरण की टीम पर हमला हुआ है। इससे पहले, 3 फरवरी को भी प्राधिकरण के सहायक प्रबंधक ने थाना रबूपुरा में अवैध खनन के दौरान सड़क और पाइपलाइन को क्षतिग्रस्त करने के संबंध में मामला दर्ज कराया था, जिसमें पुलिस ने दो लोगों के खिलाफ कार्रवाई की थी।
पुलिस की कार्रवाई जारी:
पुलिस आयुक्त श्रीमती लक्ष्मी सिंह के मीडिया प्रभारी ने बताया कि पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और अन्य आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।