Noida News/Gahziabad / भारतीय टॉक न्यूज़ : उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में एक बेहद दुखद घटना सामने आई है। नोएडा पुलिस की एक टीम जब एक वॉन्टेड अपराधी को पकड़ने के लिए गाजियाबाद के मसूरी थाना क्षेत्र के नाहल गांव पहुंची, तो बदमाशों ने टीम पर जानलेवा हमला कर दिया। इस हमले में हुई फायरिंग के दौरान नोएडा के फेज 3 थाने में तैनात कॉन्स्टेबल सौरभ के सिर में गोली लग गई, जिससे उनकी मौत हो गई। घटना के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए।
क्या है पूरा मामला?
यह घटना रविवार, 25 मई की देर रात की है। नोएडा के फेस-2 थाने की पुलिस टीम को सूचना मिली थी कि लूट के एक मामले में वॉन्टेड कुख्यात अपराधी कादिर उर्फ मंटा गाजियाबाद के मसूरी थाना क्षेत्र स्थित नाहल गांव में छिपा हुआ है। सूचना के आधार पर नोएडा पुलिस की टीम ने नाहल गांव में दबिश दी और आरोपी कादिर को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस टीम जब कादिर को लेकर गांव से निकल रही थी, तभी कादिर के करीब 8 से 10 साथियों ने पुलिस टीम को घेर लिया और उन पर पहले पथराव किया और फिर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने भी आत्मरक्षा में जवाबी फायरिंग की, लेकिन इसी दौरान एक गोली कॉन्स्टेबल सौरभ के सिर में जा लगी।
ब्रेकिंग न्यूज़:
गाजियाबाद में हिस्ट्रीशीटर कादिर उर्फ मंटा को पकड़कर ले जा रही नोएडा पुलिस टीम पर बदमाशों का हमला। सिपाही सौरभ के सिर में गोली लगने से मौत। फायरिंग के बाद बदमाश अपने साथी को छुड़ाकर फरार हो गए। सौरभ शामली के रहने वाले थे और 2016 बैच के थे।@noidapolice… pic.twitter.com/GlLJKZSQS5
— BT News |Bharatiya Talk| (@BharatiyaTalk) May 26, 2025
अस्पताल में तोड़ा दम, शामली के थे रहने वाले
गोली लगने से कॉन्स्टेबल सौरभ गंभीर रूप से घायल हो गए। साथी पुलिसकर्मी उन्हें तुरंत गाजियाबाद के यशोदा अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। डॉक्टरों ने सौरभ को मृत घोषित कर दिया। शहीद कॉन्स्टेबल सौरभ मूल रूप से उत्तर प्रदेश के शामली जिले के रहने वाले थे और वर्तमान में नोएडा के फेज 3 थाने में तैनात थे। उनके परिवार को इस दुखद घटना की सूचना दे दी गई है।
कौन है आरोपी कादिर?
मुख्य आरोपी कादिर उर्फ मंटा एक शातिर अपराधी है। महज 25 साल की उम्र में उसके खिलाफ लूट, हत्या के प्रयास और अन्य गंभीर अपराधों के 24 मुकदमे दर्ज हैं। वह लूट के एक मामले में वॉन्टेड चल रहा था, जिसकी गिरफ्तारी के लिए नोएडा पुलिस गाजियाबाद पहुंची थी।
पुलिस की कार्रवाई और बयान
घटना की सूचना मिलते ही गाजियाबाद और नोएडा पुलिस के आला अधिकारी भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। हालांकि, तब तक आरोपी कादिर अपने साथियों के साथ फायरिंग और अफरातफरी का फायदा उठाकर फरार हो चुका था। डीसीपी (ग्रामीण) सुरेंद्र नाथ तिवारी ने बताया कि इस हमले में 2-3 अन्य पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं, जिनका इलाज चल रहा है और वे खतरे से बाहर हैं।
गाजियाबाद की मसूरी थाना पुलिस ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई करते हुए हत्या, बलवा (दंगा), सरकारी काम में बाधा और 7 सीएलए (क्रिमिनल लॉ अमेंडमेंट एक्ट) समेत 13 संगीन धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने आरोपियों की तलाश में कई टीमों का गठन किया है और जगह-जगह दबिश दी जा रही है। पुलिस अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर उनके खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।