Greater Noida/ भारतीय टॉक न्यूज़: सड़कों पर क्षमता से अधिक बोझ लेकर फर्राटे भरते वाहनों पर परिवहन विभाग की सख्ती लगातार रंग ला रही है। नियमों की अनदेखी कर ओवरलोडिंग करने वाले वाहन चालकों के खिलाफ विभाग द्वारा चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत इस वित्तीय वर्ष में अब तक रिकॉर्ड तोड़ जुर्माना वसूला गया है। यह कार्रवाई न केवल सरकारी खजाने को भर रही है, बल्कि सड़कों को सुरक्षित बनाने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है।
ओवरलोडिंग के खिलाफ कड़ी कार्रवाई
संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन) गौतमबुद्ध नगर, डॉ. उदित नारायण पांडेय के नेतृत्व में परिवहन विभाग ओवरलोड वाहनों पर कहर बनकर टूटा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, इस वित्तीय वर्ष में अब तक 266 ओवरलोड वाहनों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई गई है। इन कार्रवाइयों के परिणामस्वरूप सरकारी कोष में 1 करोड़ 48 लाख रुपए का शुल्क जमा हुआ है। यह आंकड़ा पिछले वर्ष की तुलना में लगभग तीन गुना अधिक है, जो विभाग की सक्रियता और गंभीरता को दर्शाता है। अधिकारियों का स्पष्ट कहना है कि यह अभियान भविष्य में भी इसी सख्ती के साथ जारी रहेगा।
नियमों की अनदेखी और उसके परिणाम
अक्सर देखा जाता है कि बड़े वाहन चालक अधिक मुनाफे के लालच में यातायात नियमों को ताक पर रखकर अपने वाहनों में क्षमता से कहीं अधिक माल भर लेते हैं। यह न केवल वाहन की संरचना और उसके पुर्जों पर अतिरिक्त दबाव डालता है, बल्कि सड़क पर गंभीर दुर्घटनाओं को भी न्योता देता है। डॉ. पांडेय ने बताया कि अकेले मई माह में ही ओवरलोडिंग के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए 146 वाहनों का चालान किया गया और बादलपुर व सेक्टर 62 में संबंधित धाराओं के तहत मुकदमे भी दर्ज कराए गए हैं।
ओवरलोडिंग के दुष्परिणाम: एक गंभीर समस्या
क्षमता से अधिक माल लादने के कई गंभीर और दूरगामी परिणाम होते हैं। यह न केवल वाहन चालक और सड़क पर चलने वाले अन्य निर्दोष लोगों के जीवन को खतरे में डालता है, बल्कि इसके आर्थिक और पर्यावरणीय दुष्प्रभाव भी होते हैं। ओवरलोड वाहन सड़कों को समय से पहले क्षतिग्रस्त कर देते हैं, जिससे सरकारी राजस्व का नुकसान होता है। साथ ही, ऐसे वाहन अधिक ईंधन की खपत करते हैं और पर्यावरण प्रदूषण को भी बढ़ाते हैं।
सुरक्षित भविष्य की ओर एक कदम
परिवहन विभाग की यह पहल सराहनीय है और सड़क सुरक्षा की दिशा में एक सकारात्मक कदम है। विभाग ने वाहन चालकों और मालिकों से अपील की है कि वे ओवरलोडिंग से बचें और यातायात नियमों का कड़ाई से पालन करें। सुरक्षित यातायात ही एक विकसित और जिम्मेदार समाज की पहचान है। आइए, हम सब मिलकर एक सुरक्षित भविष्य के निर्माण में अपना योगदान दें।