नोएडा: अपहरण का ड्रामा रचकर परिवार से मांगे 7 लाख, पुलिस ने खोला राज तो निकला अंतर्राष्ट्रीय सट्टा गैंग

Noida: 7 lakhs demanded from family after staging kidnapping drama, when police revealed the secret it turned out to be international betting gang

Partap Singh Nagar
4 Min Read
नोएडा: अपहरण का ड्रामा रचकर परिवार से मांगे 7 लाख, पुलिस ने खोला राज तो निकला अंतर्राष्ट्रीय सट्टा गैंग

Greater Noida News/ भारतीय टॉक न्यूज़: गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने एक सनसनीखेज मामले का पर्दाफाश करते हुए न केवल एक अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट सट्टा रैकेट का भंडाफोड़ किया है, बल्कि एक फिल्मी अपहरण की कहानी का भी पर्दाफाश किया है, जिसे गिरोह के सदस्यों ने अपने ही परिवार से पैसे ऐंठने के लिए रचा था। इस दोहरी सफलता में पुलिस ने 8 लोगों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से भारी मात्रा में इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, फर्जी दस्तावेज और नकदी बरामद की है।

अपहरण की झूठी सूचना और पुलिस की त्वरित कार्रवाई

मामले का खुलासा तब हुआ जब 12 जून, 2025 को राजस्थान के अलवर निवासी सुभाष चंद्र ने पुलिस को अपने बेटे भीम सिंह और भतीजे नारायण के अपहरण की सूचना दी। उन्होंने बताया कि अपहरणकर्ताओं ने फोन पर 7 लाख रुपये की फिरौती मांगी है और पैसे न देने पर दोनों की हत्या करने की धमकी दी है। डीसीपी ग्रेटर नोएडा, साद मियां खान के नेतृत्व में पुलिस ने इस सूचना पर तत्काल कार्रवाई शुरू की। इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस की मदद से पुलिस ने तथाकथित अपहृत भीम सिंह की लोकेशन ग्रेटर नोएडा के चेरी काउंटी इलाके में ट्रेस कर ली।

सट्टेबाजी के अड्डे पर छापा और बड़ा खुलासा

लोकेशन के आधार पर जब पुलिस ने गौर सिटी के व्हाइट आर्किड अपार्टमेंट में छापा मारा, तो वहां का नजारा देखकर दंग रह गई। मौके से ध्रुव, मुकीम, विशाल और सन्नी को गिरफ्तार किया गया। यहां अपहरण का कोई सुराग नहीं मिला, बल्कि ‘RUDRA CRIC LOVE APP’ नामक एप्लिकेशन के जरिए चलाए जा रहे एक बड़े ऑनलाइन सट्टेबाजी रैकेट का पता चला। आरोपियों के पास से लैपटॉप, दर्जनों मोबाइल फोन और फर्जी दस्तावेजों का जखीरा बरामद हुआ। पूछताछ में ध्रुव ने बताया कि भीम और नारायण खुद इस गैंग का हिस्सा हैं और राधा स्काई गार्डन सोसाइटी में अपने अन्य साथियों के साथ मौजूद हैं।

साजिश का पर्दाफाश और दूसरी गिरफ्तारी

इस सूचना पर पुलिस ने तुरंत राधा स्काई गार्डन सोसाइटी में दबिश दी और वहां से भीम सिंह, नारायण, हिमांशु और सुखदेव को भी गिरफ्तार कर लिया। जब भीम से उसके “अपहरण” के बारे में सख्ती से पूछताछ की गई, तो उसने पूरी साजिश उगल दी। उसने कबूल किया कि कर्ज चुकाने और आसानी से पैसा कमाने के लिए उसने अपने साथियों के साथ मिलकर खुद के अपहरण की झूठी कहानी रची थी, ताकि वह अपने परिवार से 7 लाख रुपये ऐंठ सके।

दुबई और थाईलैंड से जुड़े तार

यह गिरोह बेहद शातिर तरीके से काम कर रहा था। इनके तार थाईलैंड और दुबई से जुड़े थे, जहां बैठा इनका सरगना फर्जी सिम कार्ड और बैंक खातों के जरिए पूरे ऑपरेशन को चला रहा था। आरोपी RUDRA CRIC LIVE APP पर लाइव क्रिकेट मैचों में रन, विकेट और हार-जीत पर सट्टा लगवाते थे। पुलिस के अनुसार, इन खातों में प्रतिदिन लगभग 30 लाख रुपये का लेनदेन होता था। पुलिस ने मौके से 4 लैपटॉप, 26 स्मार्टफोन, 16 सिम कार्ड, फर्जी आधार कार्ड, पासबुक और एक पासपोर्ट बरामद किया है। थाना कासना में आरोपियों के खिलाफ जुआ अधिनियम, भारतीय न्याय संहिता (BNS) और आईटी एक्ट की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जा रही है।

 

 

Spread the love
Share This Article
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *