Noida News/भारतीय टॉक न्यूज़: गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश करते हुए तीन तस्करों को गिरफ्तार किया है। ये आरोपी बेहद चालाकी से सिगरेट की डिब्बियों में गांजा छिपाकर उसे कॉलेज और विश्वविद्यालयों के छात्रों तक पहुंचा रहे थे। पुलिस ने उनके पास से भारी मात्रा में गांजा, महंगी सिगरेट की हजारों डिब्बियां, नकदी और दो लग्जरी गाड़ियां बरामद की हैं।
खास सूचना पर की गई त्वरित कार्रवाई
पुलिस को इस नेटवर्क के बारे में काफी समय से इनपुट मिल रहे थे। खुफिया तंत्र को सक्रिय करते हुए एक विशेष टीम गठित की गई, जिसने शनिवार शाम सलारपुर अंडरपास के पास घात लगाकर तीनों तस्करों को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए आरोपियों की पहचान यासीन (किदवई नगर, बड़ौत), शाहरुख (विजय पार्क, भजनपुरा, दिल्ली) और इमरान (इन्द्रापुरी, लोनी बॉर्डर, गाजियाबाद) के रूप में हुई है।
20 लाख की सिगरेट और 3 किलो गांजा बरामद
तलाशी के दौरान पुलिस को आरोपियों के पास से करीब 7,950 सिगरेट की डिब्बियां मिलीं, जिनकी बाजार में अनुमानित कीमत लगभग 20 लाख रुपये बताई जा रही है। इसके अलावा 3 किलो 10 ग्राम गांजा और 20 हजार रुपये नकद भी जब्त किए गए। पुलिस ने मौके से दो महंगी कारें भी बरामद की हैं, जिनका इस्तेमाल तस्करी में किया जा रहा था।
असम से होती थी सप्लाई, छात्र बनते थे आसान निशाना
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि वे गांजा और सिगरेट असम से लाकर नोएडा, दनकौर और एनसीआर के अन्य हिस्सों में सप्लाई करते थे। उनका मुख्य निशाना कॉलेज और यूनिवर्सिटी के छात्र होते थे, जिन्हें वे आसानी से अपनी गिरफ़्त में ले लेते थे।
सख्त कार्रवाई की तैयारी में पुलिस प्रशासन
कोतवाली प्रभारी मुनेंद्र सिंह ने बताया कि तीनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है। मामले की गहराई से जांच की जा रही है और गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में लगातार छापेमारी हो रही है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा और उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
समाज और युवाओं की सुरक्षा के लिए पुलिस सख्त
नोएडा पुलिस की यह कार्रवाई न केवल एक तस्करी रैकेट को उजागर करती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि कैसे नशे के कारोबार से युवा वर्ग को निशाना बनाया जा रहा है। पुलिस की सतर्कता से एक बड़ा खतरा टल गया, लेकिन यह घटनाएं यह भी बताती हैं कि समाज को भी जागरूक रहने की ज़रूरत है।