Greater Noida News/ भारतीय टॉक न्यूज़: पिछले महीने हुई महापंचायत में किसानों द्वारा उठाई गई मांगों को लेकर गुरुवार को जिला प्रशासन और किसान संगठन के बीच एक लंबी वार्ता हुई। ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण के सभागार में जिला अधिकारी (DM) मेघा रूपम की अध्यक्षता में यह बैठक लगभग साढ़े चार घंटे तक चली। बैठक में भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के प्रतिनिधियों ने अपनी 11 सूत्रीय मांगों को पुरजोर तरीके से रखा, जिसके बाद अधिकारियों ने समस्याओं के शीघ्र समाधान का आश्वासन दिया।
क्या हैं प्रमुख मांगें?
यह बैठक 30 जुलाई को गलगोटिया यूनिवर्सिटी के पास यमुना एक्सप्रेसवे अंडरपास पर भाकियू द्वारा आयोजित महापंचायत की अगली कड़ी थी। उस महापंचायत में किसानों ने अपनी मांगों का ज्ञापन प्रशासन को सौंपा था। भाकियू के पश्चिमी उत्तर प्रदेश अध्यक्ष पवन खटाना के नेतृत्व में किसान प्रतिनिधियों ने बैठक में प्रमुख मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की, जिनमें शामिल हैं:
🔸64.7% अतिरिक्त मुआवजा
🔸किसानों की आबादी का निस्तारण और लीजबैक की प्रक्रिया
🔸10% आवासीय प्लॉट का आवंटन
🔸 स्थानीय युवाओं के लिए शिक्षा, चिकित्सा और रोजगार के अवसर
प्रशासन ने दिए ये आश्वासन
बैठक में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ रवि एनजी, यमुना प्राधिकरण के सीईओ राकेश कुमार, नोएडा प्राधिकरण के एसीईओ संजय खत्री और पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने किसानों की समस्याओं को गंभीरता से सुना। प्रशासन की ओर से कई सकारात्मक आश्वासन दिए गए:
1. रोजगार के लिए नोडल अधिकारी: तीनों प्राधिकरणों (नोएडा, ग्रेटर नोएडा, यमुना) में स्थानीय युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए एक-एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाएगा।
2. फुट ओवर ब्रिज का निर्माण: तुगलपुर गांव और झंडे वाले मंदिर के रास्ते पर फुट ओवर ब्रिज (FOB) के निर्माण के लिए ग्रेटर नोएडा के सीईओ ने 15 दिनों के भीतर प्रक्रिया शुरू करने का वादा किया।
3. अलग-अलग बैठकें: किसानों के मुद्दों को प्रभावी ढंग से सुलझाने के लिए अब तीनों प्राधिकरणों में अलग-अलग बैठकें आयोजित की जाएंगी।
अगली बैठक 14 अगस्त को
भाकियू के मीडिया प्रभारी सुनील प्रधान ने बताया कि समस्याओं के समाधान के लिए एक नई रूपरेखा तैयार की गई है। इसी क्रम में अगली महत्वपूर्ण बैठक 14 अगस्त को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में होगी। इस बैठक में किसानों की समस्याओं और ग्रामीण विकास के मुद्दों पर गहराई से चर्चा की जाएगी, जिसमें सभी संबंधित विभागों के प्रोजेक्ट अधिकारी, एसडीएम और पटवारी भी शामिल होंगे।
बैठक में पवन खटाना के अलावा राजीव मलिक, राजे प्रधान, अनित कसाना, सुरेंद्र नागर, रॉबिन नागर, बाबा अजीत अधाना सहित कई किसान नेता और ग्रामीण मौजूद रहे।