Noida News /भारतीय टॉक न्यूज़: नोएडा। सेक्टर-119 स्थित आम्रपाली प्लेटिनम सोसायटी में शनिवार को एक दर्दनाक हादसे ने सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए। रखरखाव कार्य के दौरान 25वीं मंजिल से गिरी एक ईंट सीधे ट्यूशन से लौट रही 12 वर्षीय बच्ची के सिर पर जा लगी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई। बच्ची को सिर में 10 टांके आए हैं और इस घटना ने सोसायटी के निवासियों में प्रबंधन और निर्माण एजेंसी के खिलाफ भारी आक्रोश भर दिया है।
यह भयावह घटना शनिवार सुबह उस वक्त हुई जब सोसायटी में रहने वाली 12 वर्षीय अद्विका पाटनी ट्यूशन पढ़कर अपने टॉवर की ओर लौट रही थी। जैसे ही वह टॉवर के पास पहुंची, ऊपर चल रहे निर्माण कार्य से एक भारी ईंट सीधे उसके सिर पर आ गिरी। सिर पर ईंट लगते ही अद्विका लहूलुहान होकर वहीं गिर पड़ी।
आनन-फानन में परिवार के सदस्य और अन्य निवासी उसे पास के मदरलैंड अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद उसके सिर की सर्जरी की और लगभग 10 टांके लगाए। बाद में, बेहतर इलाज और निगरानी के लिए बच्ची को कैलाश अस्पताल में रेफर कर दिया गया है। फिलहाल उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है, लेकिन परिवार गहरे सदमे में है।
निवासियों में आक्रोश, सुरक्षा उपायों पर उठे सवाल
इस हादसे ने आम्रपाली प्लेटिनम सोसायटी के निवासियों को दहला दिया है। उनका आरोप है कि यह हादसा सोसायटी प्रबंधन और निर्माण कार्य कर रही एजेंसी एनबीसीसी (NBCC) की घोर लापरवाही का नतीजा है। लोगों का कहना है कि इतने ऊंचे टॉवर पर काम करते समय सुरक्षा के कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए थे। न तो नीचे कोई सेफ्टी नेट लगाया गया था और न ही उस क्षेत्र में आवाजाही को प्रतिबंधित किया गया था।
निवासियों ने प्रबंधन से इस लापरवाही की जवाबदेही तय करने और भविष्य में ऐसे हादसों की पुनरावृत्ति न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए तत्काल कड़े सुरक्षा उपाय लागू करने की मांग की है।
पुलिस ने दर्ज की FIR, जांच शुरू
मामले की गंभीरता को देखते हुए नोएडा पुलिस ने बच्ची के परिजनों की शिकायत पर एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस के अनुसार, प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि सोसायटी में एनबीसीसी द्वारा मरम्मत और निर्माण का कार्य कराया जा रहा था, जिस दौरान यह लापरवाही हुई। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि सुरक्षा मानकों का पालन क्यों नहीं किया गया और इस लापरवाही के लिए कौन जिम्मेदार है।
यह घटना नोएडा और ग्रेटर नोएडा की हाई-राइज सोसायटियों में चल रहे निर्माण और रखरखाव कार्यों के दौरान सुरक्षा नियमों के उल्लंघन का एक और गंभीर उदाहरण है, जिसने एक बच्ची को मौत के मुंह में धकेल दिया था।