Noida News/ भारतीय टॉक न्यूज़: जिला अस्पताल में मरीजों और उनके तीमारदारों के बीच आए दिन होने वाले विवादों और झड़पों पर अंकुश लगाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। अस्पताल की आपातकालीन इकाई (इमरजेंसी) के बाहर एक स्थायी पुलिस चौकी की स्थापना की गई है। इस चौकी पर जल्द ही पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाएगी ताकि किसी भी तरह की अप्रिय घटना और लड़ाई-झगड़े की स्थिति से तुरंत निपटा जा सके।
यह कदम हाल ही में हुई कई घटनाओं के बाद उठाया गया है, जिसने अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए थे। पिछले दिनों अल्ट्रासाउंड कराने के लिए लगी लंबी कतार में मरीजों और अस्पताल के सुरक्षा गार्ड के बीच तीखी नोकझोंक हो गई थी। बात इतनी बढ़ गई कि कुछ गुस्साए लोगों ने गार्ड के साथ मारपीट कर दी थी। इस घटना के बाद अस्पताल प्रशासन की ओर से स्थानीय पुलिस थाने में शिकायत भी दर्ज कराई गई थी।
इस घटनाक्रम के बाद, अस्पताल प्रबंधन ने मरीजों की सुविधा और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अल्ट्रासाउंड जांच के लिए टोकन प्रणाली की शुरुआत की थी। इस प्रणाली से मरीजों को काफी राहत मिली है और लंबी कतारों से छुटकारा मिला है। हालांकि, भविष्य में ऐसी किसी भी हिंसक घटना की पुनरावृत्ति को रोकने और एक सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करने के उद्देश्य से अस्पताल परिसर में पुलिस चौकी स्थापित करने का निर्णय लिया गया।
अस्पताल प्रशासन का मानना है कि इस पुलिस चौकी की स्थापना से न केवल मरीजों और उनके तीमारदारों के बीच होने वाले झगड़ों में कमी आएगी, बल्कि स्वास्थ्यकर्मियों और डॉक्टरों के साथ होने वाली बदसलूकी की घटनाओं पर भी लगाम लगेगी। पुलिस की मौजूदगी से असामाजिक तत्वों में भय व्याप्त होगा और अस्पताल का माहौल अधिक अनुशासित और सुरक्षित बनेगा।
स्थानीय पुलिस विभाग ने भी अस्पताल में चौकी स्थापित करने के इस कदम का स्वागत किया है और आश्वासन दिया है कि यहां तैनात पुलिसकर्मी अस्पताल प्रबंधन के साथ समन्वय बनाकर काम करेंगे ताकि चिकित्सा सेवाओं में कोई व्यवधान न हो और सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रहे।