सपा की ‘वोट चोरी’ के खिलाफ साइकिल यात्रा से पहले राष्ट्रीय प्रवक्ता राजकुमार भाटी नजरबंद, बोले – “कितनी डरी हुई सरकार है”

National spokesperson Rajkumar Bhati put under house arrest before the cycle rally against SP's 'vote theft', said - "How scared is this government"

Partap Singh Nagar
3 Min Read
सपा की 'वोट चोरी' के खिलाफ साइकिल यात्रा से पहले राष्ट्रीय प्रवक्ता राजकुमार भाटी नजरबंद, बोले - "कितनी डरी हुई सरकार है"

Greater Noida News / भारतीय टॉक न्यूज़ : समाजवादी पार्टी के युवा नेता विकास जतन प्रधान द्वारा चुनाव आयोग की कथित ‘वोट चोरी’ के खिलाफ घोषित साइकिल यात्रा को शुरू होने से पहले ही पुलिस ने रोक दिया। इस यात्रा के समर्थन में और सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजकुमार भाटी ने दावा किया है कि उन्हें आज सुबह से ही उनके आवास पर नजरबंद (हाउस अरेस्ट) कर लिया गया है।

क्या है पूरा मामला?

जानकारी के अनुसार, सपा के युवा नेता विकास जतन प्रधान ने लगभग सौ युवा कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर ग्रेटर नोएडा से दिल्ली तक एक साइकिल यात्रा निकालने की घोषणा की थी। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य चुनाव आयोग पर लगे “वोट चोरी” के आरोपों का लोकतांत्रिक तरीके से विरोध करना था।

हालांकि, यात्रा की घोषणा के बाद ही पुलिस प्रशासन ने इसे अनुमति न देने के संकेत दे दिए थे। आज सुबह जब यात्रा शुरू होनी थी, उससे पहले ही पुलिस ने समाजवादी पार्टी के नेताओं पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया।

राजकुमार भाटी का ट्वीट और सरकार पर हमला

इस पूरी घटना पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और वरिष्ठ नेता राजकुमार भाटी ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से एक ट्वीट कर सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने लिखा, “कितनी डरी हुई सरकार है। आज युवा सपा नेता Vikas Jatan Pradhan ने चुनाव आयोग की वोट चोरी के विरोध में ग्रेटर नोएडा से दिल्ली तक साईकिल यात्रा निकालने की घोषणा की थी। सौ युवा कार्यकर्ताओं को इस यात्रा में सम्मिलित होना था। हमेशा की तरह पुलिस ने इस यात्रा को न निकलने देने की घोषणा कर दी।”

उन्होंने अपनी स्थिति बताते हुए आगे लिखा, “सुबह सोकर उठा तो बाहर पुलिस बैठी मिली। सुबह से हाउस अरेस्ट कर रखा है। मॉर्निंग वॉक तक पर नही जाने दिया।”

लोकतांत्रिक अधिकारों के हनन का आरोप

इस घटना के बाद समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं में भारी रोष है। पार्टी नेताओं का आरोप है कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार विपक्ष की आवाज को दबाने के लिए पुलिस और प्रशासन का दुरुपयोग कर रही है। शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन करना एक लोकतांत्रिक अधिकार है, लेकिन सरकार इस अधिकार को भी छीन रही है। राजकुमार भाटी को नजरबंद करना इसी दमनकारी नीति का एक उदाहरण है। फिलहाल, पुलिस की तरफ से इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।

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