Greater Noida भारतीय टॉक न्यूज़ (संवाददाता) : उत्तर प्रदेश को एक प्रमुख औद्योगिक और विनिर्माण केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) ने एक और बड़ी सफलता हासिल की है। शुक्रवार को हुई एक महत्वपूर्ण ई-नीलामी प्रक्रिया के माध्यम से, यीडा ने अपने विभिन्न औद्योगिक पार्कों में 37 भूखंडों का सफलतापूर्वक आवंटन कर दिया है। इस आवंटन से क्षेत्र में लगभग 700 करोड़ रुपये का भारी-भरकम निवेश आने की उम्मीद है, जिससे प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से 3000 से अधिक रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
यीडा ने इस वर्ष 08 मई 2025 को अपनी बहुप्रतीक्षित औद्योगिक भूखंड योजना शुरू की थी, जो 31 जुलाई 2025 तक चली। इस योजना के तहत सेक्टर-29, 32 और 33 में स्थित टॉय पार्क, अपैरल पार्क, हैंडीक्राफ्ट पार्क और सामान्य/एमएसएमई उद्योग के लिए 8000 वर्ग मीटर तक के भूखंडों की पेशकश की गई थी। योजना को निवेशकों से शानदार प्रतिक्रिया मिली और कुल 527 आवेदन प्राप्त हुए।
प्राधिकरण की सलाहकार फर्म, मैसर्स यू.एस.पी. द्वारा आवेदनों की विस्तृत जांच के बाद, 448 आवेदकों को नीलामी प्रक्रिया में भाग लेने के लिए पात्र पाया गया। शुक्रवार को आयोजित हुई पारदर्शी ई-ऑक्शन प्रक्रिया में इन पात्र आवेदकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया, जिसके परिणामस्वरूप कुल 37 भूखंडों का अंतिम रूप से आवंटन किया गया।
किस सेक्टर में कितने भूखंड आवंटित हुए?
🔸 जनरल/एमएसएमई उद्योग: सर्वाधिक 22 भूखंड आवंटित किए गए, जो छोटे और मध्यम आकार के उद्योगों को बढ़ावा देने की सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
🔸 अपैरल पार्क: रेडीमेड गारमेंट्स और टेक्सटाइल उद्योग के लिए 8 भूखंड आवंटित हुए, जिससे यह क्षेत्र एक प्रमुख परिधान केंद्र बनने की ओर अग्रसर है।
🔸हैंडीक्राफ्ट पार्क: पारंपरिक हस्तशिल्प को बढ़ावा देने के लिए 5 भूखंडों का आवंटन किया गया है, जिससे स्थानीय कारीगरों को एक वैश्विक मंच मिलेगा।
🔸 टॉय पार्क: ‘मेड इन इंडिया’ खिलौनों के निर्माण को प्रोत्साहित करने के लिए 2 महत्वपूर्ण भूखंड आवंटित किए गए।
यह सफल आवंटन न केवल यमुना एक्सप्रेसवे क्षेत्र में औद्योगिक गतिविधियों को तेज करेगा, बल्कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था को भी एक नई गति प्रदान करेगा। 700 करोड़ रुपये का यह निवेश ढांचागत विकास के साथ-साथ सहायक उद्योगों के लिए भी नए अवसर पैदा करेगा, जिससे एक संपूर्ण औद्योगिक पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण होगा।