ग्रेटर नोएडा के लिए एक बड़ी उपलब्धि: आईटी सिटी में एसटीपी को मिली मंजूरी !

Bharatiya Talk
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ग्रेटर नोएडा के लिए एक बड़ी उपलब्धि: आईटी सिटी में एसटीपी को मिली मंजूरी !


Greater Noida News :
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने यमुना एक्सप्रेसवे के आसपास के क्षेत्रों में जल प्रदूषण को कम करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। प्राधिकरण ने आईटी सिटी (IT City ) (मुर्सदपुर के पास) में 12 एमएलडी क्षमता के एक नए सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) को मंजूरी दे दी है। इस नए एसटीपी के निर्माण से क्षेत्र के सीवरेज को शोधित किया जा सकेगा और जल प्रदूषण को कम करने में मदद मिलेगी।

ग्रेटर नोएडा में एसटीपी का महत्व

ग्रेटर नोएडा में तेजी से हो रहे शहरीकरण के साथ जल प्रदूषण एक बड़ी समस्या बनती जा रही है। बढ़ती आबादी के कारण सीवरेज का निस्तारण एक चुनौतीपूर्ण कार्य बन गया है। एसटीपी (STP)का निर्माण इस समस्या के समाधान के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। एसटीपी (STP) के माध्यम से सीवरेज को शोधित करके उसे पुन: उपयोग में लाया जा सकता है, जिससे जल संरक्षण में भी मदद मिलेगी।

12 एमएलडी क्षमता का नया एसटीपी

  • स्थान: आईटी सिटी (मुर्सदपुर के पास)
  • क्षमता: 12 मिलियन लीटर प्रति दिन
  • लागत: अनुमानित 40 करोड़ रुपये से अधिक
  • लाभ: घरबरा, आईटी सिटी, मुर्सदपुर और आसपास के क्षेत्रों के सीवरेज को शोधित करेगा।
  • जल प्रदूषण को कम करेगा। जल संरक्षण में मदद करेगा।
  • समयसीमा: अनुमानित तीन से चार महीने में निर्माण कार्य शुरू होने की उम्मीद है।

अन्य एसटीपी (New STP) परियोजनाएं

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने आईटी सिटी (IT City )के अलावा भी कई अन्य क्षेत्रों में एसटीपी (STP)बनाने की योजना बनाई है। इनमें से कुछ प्रमुख परियोजनाएं निम्नलिखित हैं:

  • सेक्टर एक: 45 एमएलडी क्षमता का एसटीपी
  • सेक्टर केपी-5: 50 एमएलडी क्षमता का एसटीपी
  • सेक्टर इकोटेक-6: 42 एमएलडी क्षमता का एसटीपी
  • सेक्टर म्यू रीक्रिएशनल ग्रीन: 72 एमएलडी क्षमता का एसटीपी

वर्तमान में चालू एसटीपी

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने पहले से ही चार एसटीपी (STP)का निर्माण कर लिया है। इन एसटीपी की कुल क्षमता 194 एमएलडी है। इन एसटीपी से शोधित पानी का उपयोग सिंचाई और निर्माण कार्यों में किया जाता है।

सीईओ का बयान

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार ने कहा कि भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए प्राधिकरण सभी मूलभूत सुविधाएं बढ़ाने पर जोर दे रहा है। एसटीपी का निर्माण भी उसी दिशा में एक कदम है। एसटीपी (STP)के माध्यम से जल प्रदूषण को कम करने के साथ-साथ ग्रेटर नोएडा की स्वच्छता को भी सुनिश्चित किया जाएगा।

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