Noida News : आज दहेज एक अभिशाप निवारण समिति पंजि॰ के तत्वावधान में चतुर्थ आदर्श विवाह सम्मान समारोह का आयोजन कम्युनिटी सेंटर, सेक्टर 39 नोएडा में किया गया। इस वार्षिकोत्सव की अध्यक्षता डाक्टर सत्य प्रकाश खटाना, एडिशनल सेक्रेटरी, संसदीय कार्य मंत्रालय ने की। कार्यक्रम का संचालन मास्टर मनमिंदर भाटी ने किया, जो समिति के संस्थापक सदस्य हैं।
कार्यक्रम का उद्देश्य
समिति के राष्ट्रीय महासचिव व संयोजक श्री महेन्द्र सिंह राठी ने कार्यक्रम का उद्देश्य स्पष्ट करते हुए बताया कि दहेज न लेने और न देने वाले परिवारों को सम्मानित किया जाता है। यह पहल समाज के सम्मुख आदर्श जीवन जीने का उदाहरण प्रस्तुत करने के लिए है। इसके साथ ही, ऐसे युवाजन एवं परिवारों को भी सम्मानित किया गया जो विवाह को संस्कार मानते हैं और सादगी से विवाह संबंध बनाते हैं।
स्वागत समारोह
समिति के प्रमुख स्तंभ श्री वीरसिँह डेढ़ा, सत्यवीर सिंह डेढ़ा, सुखपाल अम्बावता जी, एडवोकेट सीमा चौधरी एवं आशा बैसोया ने सभी सदस्यों का स्वागत गुलाब की कली और समिति के मोमेंटो द्वारा किया।
बायोडाटा स्वीकार करने की पहल
SANJOG..No Dowry Matrimony के अंतर्गत विवाह योग्य युवक एवं युवतियों का बायोडाटा भी स्वीकार किया गया, जिससे संकल्पित परिवारों में बिना दहेज आदर्श विवाह संपन्न हो सके।
विशिष्ट अतिथि की सराहना
विशिष्ट अतिथि ज्ञानेंद्र सिंह अवाना जी, पूर्व दिल्ली पुलिस डीसीपी, ने समिति की पहल को सराहनीय बताया। उन्होंने कहा कि समिति द्वारा सम्मानित आदर्श परिवारों की संख्या हर वर्ष बढ़ती जा रही है। आज एनसीआर में 30 परिवारों को सम्मानित करके एक अच्छी शुरुआत की गई है।
सामूहिक प्रयास की आवश्यकता
भागमल मास्टर भनौता जी ने कहा कि हम सब मिलकर समाज में दहेज जैसी व्याप्त कुरीतियों को समाप्त कर सकते हैं।
भविष्य की योजनाएँ
दिवाकर विधूडी, गुर्जर आर्ट कल्चर के चेयरमैन, ने कहा कि दिसम्बर वार्षिकोत्सव में दहेज एक अभिशाप निवारण समिति की तरफ़ से समाज के लाखों लोगों के सम्मुख इन सभी आदर्श परिवारों को सम्मानित किया जाएगा।
कार्यक्रम का समापन
कार्यक्रम में श्री यशवीर भाटी, श्री राजेश डेढ़ा, मैनेजर अभय सिंह तौगड, सुरेंद्र प्रधान किसान नेता, और तनिष्क चंदीला ने शामिल होकर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। राष्ट्रीय अध्यक्षा श्रीमती निर्मल डेढा के धन्यवाद ज्ञापन के साथ आयोजन का समापन हुआ। यह आयोजन दिल्ली एनसीआर में दहेज प्रथा के खिलाफ एक सुखद पहल है।