Greater Noida News / भारतीय टॉक न्यूज़ : नोएडा मीडिया क्लब के पूर्व अध्यक्ष पंकज पाराशर के गैंग से जुड़े एक और पत्रकार को गौतम बुद्ध नगर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। थाना बादलपुर पुलिस ने यह कार्रवाई एक स्कूल संचालक से लाखों रुपये की रंगदारी वसूलने के आरोप में की है। गिरफ्तार पत्रकार की पहचान महकार सिंह भाटी के रूप में हुई है, जो न्यूज पोर्टल ट्राई सिटी से जुड़ा हुआ है। पुलिस के अनुसार, यह पत्रकार पंकज पाराशर और अन्य लोगों के साथ मिलकर खबरों का इस्तेमाल कर अवैध उगाही में शामिल था। अदालत में पेशी के बाद उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
पीड़ित ने दर्ज कराई थी रंगदारी और धमकी की शिकायत
पुलिस उपायुक्त शक्ति मोहन अवस्थी ने इस मामले की जानकारी देते हुए बताया कि सादोपुर गांव के रहने वाले संतरपाल सिंह ने 24 मार्च को थाना बादलपुर में शिकायत दर्ज कराई थी। संतरपाल सिंह एक वरिष्ठ नागरिक हैं और पहले सरकारी सेवा में कार्यरत थे। वर्तमान में वह “तपोभूमि द स्कूल” नाम से एक विद्यालय चलाते हैं। अपनी शिकायत में उन्होंने आरोप लगाया कि राजेंद्र पुत्र भगवान, पंकज पाराशर पुत्र राजकरण पाराशर, जो “ट्राई सिटी” नामक पोर्टल चलाते हैं, और उनके साथियों ने मिलकर उनके स्कूल के खिलाफ कई झूठी खबरें प्रकाशित कीं। इन खबरों को हटाने के एवज में उन्होंने उनसे लाखों रुपये की रंगदारी वसूली।
रवि काना गैंग के नाम पर दी जान से मारने की धमकी
पीड़ित संतरपाल सिंह के अनुसार, आरोपियों ने उन्हें रवि काना गैंग की धमकी देकर जान से मारने की भी धमकी दी थी। उन्होंने बताया कि वह पंकज पाराशर और राजेंद्र को पहले ही काफी पैसे दे चुके हैं। इसके बावजूद, इन लोगों ने उनके खिलाफ ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण, बेसिक शिक्षा अधिकारी और बिजली विभाग जैसे विभिन्न विभागों में कई शिकायतें दर्ज कराईं। पीड़ित ने यह भी आरोप लगाया कि आरोपियों ने दबाव और प्रलोभन के माध्यम से ग्रेटर नोएडा के प्रबंधक नियोजन से 22 मई 2023 को उनके स्कूल के खिलाफ एक पत्र जारी करवाया, जो न केवल असंवैधानिक था बल्कि तथ्यों से भी परे था, जिसके कारण गलत नोटिस जारी हुआ। हालांकि, बाद में वरिष्ठ अधिकारी द्वारा 28 मार्च 2024 को इसे संशोधित कर ठीक कर दिया गया।
फर्जी दस्तावेज और जमीन हड़पने का प्रयास
शिकायतकर्ता के अनुसार, राजेंद्र सिंह, पंकज पाराशर और उनके साथियों ने बेसिक शिक्षा अधिकारी का एक हस्तलिखित पत्र भी उन्हें भेजा, जो गलत था। उन्होंने एक कंपनी का विवरण व्हाट्सएप पर भेजकर उस कंपनी के खिलाफ शिकायत करने का दबाव डाला, जिसे पीड़ित ने मना कर दिया था। इसके अतिरिक्त, पीड़ित ने बताया कि राजेंद्र सिंह, पंकज पाराशर और उनके साथियों ने उनकी जमीन खसरा नंबर 99 की एप्रोच रोड के बारे में “ट्राई सिटी” में गलत खबर चलाकर उस प्लॉट को अपने नाम पर हस्तांतरित कराने का दबाव बनाया। पीड़ित ने बताया कि उन्होंने अपनी सरकारी नौकरी से सेवानिवृत्त होने के बाद अपनी सारी जमा पूंजी स्कूल में लगा दी है और यह लोग फर्जी शिकायतें और जान का डर दिखाकर उनसे रंगदारी मांग रहे हैं। उन्होंने यह भी आशंका जताई कि इस गिरोह में प्राधिकरण के कुछ लोग भी शामिल हो सकते हैं।
पहले कार्रवाई न होने पर अब दर्ज कराई रिपोर्ट
डीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि पीड़ित ने पहले भी इस संबंध में कुछ शिकायतें की थीं, लेकिन उस समय कोई कार्रवाई नहीं हुई थी। हाल ही में जब पंकज पाराशर और उसके गैंग के अन्य सदस्यों को रंगदारी वसूलने के मामले में गिरफ्तार किया गया, तो पीड़ित को हिम्मत मिली और उन्होंने थाना बादलपुर में घटना की रिपोर्ट दर्ज कराई। डीसीपी ने आगे बताया कि जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि “ट्राई सिटी” पोर्टल का पत्रकार महकार सिंह भाटी भी इस अपराध में शामिल है, जिसके बाद उसे शुक्रवार देर रात गिरफ्तार कर लिया गया।
गिरफ्तार पत्रकार पर पहले भी दर्ज है मुकदमा
डीसीपी ने यह भी जानकारी दी कि गिरफ्तार पत्रकार महकार सिंह भाटी के खिलाफ थाना सूरजपुर में भी पहले से एक मुकदमा दर्ज है। यह मुकदमा कुलदीप कुमार नामक व्यक्ति ने दर्ज कराया था और उस मामले में भी पंकज पाराशर और उसके अन्य साथी नामित हैं।
जेल में बंद है पंकज पाराशर, दर्ज हैं कई मुकदमे
गौरतलब है कि पंकज पाराशर नोएडा मीडिया क्लब का पूर्व अध्यक्ष रह चुका है और वर्तमान में वह जेल में बंद है। उसके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट सहित विभिन्न धाराओं में कई मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस इस पूरे मामले की गहनता से जांच कर रही है और अन्य संभावित आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।