Greater Noida News/ भारतीय टॉक न्यूज़: शहर की सूरत बिगाड़ रहे अवैध कब्जों के खिलाफ ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने कमर कस ली है। जल्द ही प्रमुख बाजारों और सेक्टरों में बड़े पैमाने पर अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया जाएगा, ताकि आम लोगों को जाम से निजात मिल सके और शहर का नियोजित स्वरूप बना रहे।
अतिक्रमण की चपेट में शहर, प्राधिकरण की तैयारी पूरी
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने शहर के विभिन्न सेक्टरों और बाजारों में फैले अतिक्रमण के खिलाफ एक व्यापक अभियान चलाने का ठोस निर्णय लिया है। अधिकारियों के अनुसार, अतिक्रमण की पहचान के लिए एक सर्वेक्षण शुरू कर दिया गया है। यह सर्वेक्षण पूरा होते ही अवैध कब्जों को हटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य सड़कों को चौड़ा करना और यातायात को सुगम बनाना है, जो अवैध रेहड़ी-पटरियों और दुकानदारों द्वारा बढ़ाए गए कब्जों के कारण बाधित हो गया है।
इन बाजारों पर रहेगी विशेष नजर
प्राधिकरण के निशाने पर शहर के वे प्रमुख बाजार हैं, जहां अतिक्रमण की समस्या विकराल रूप ले चुकी है। इनमें जगत फार्म, रामपुर, अमृतपुरम और तुगलपुर जैसे व्यस्त बाजार शामिल हैं। इन स्थानों पर दुकानदारों द्वारा सामान सड़क पर रखने और अवैध ठेलों के जमावड़े के कारण अक्सर जाम की स्थिति बनी रहती है। प्राधिकरण का कहना है कि इन बाजारों को प्राथमिकता के आधार पर अतिक्रमण मुक्त किया जाएगा, जिससे हजारों लोगों को रोजमर्रा की आवाजाही में राहत मिलेगी।
सेक्टरों के अंदर भी होगी कार्रवाई
बाजारों के अलावा, ग्रेटर नोएडा के रिहायशी सेक्टर भी अतिक्रमण की समस्या से अछूते नहीं हैं। सेक्टरों के अंदरूनी मार्गों पर अवैध रूप से लगने वाली रेहड़ी-ठेलियों और अन्य अस्थायी ढांचों को भी इस अभियान के तहत हटाया जाएगा। स्थानीय निवासियों द्वारा लंबे समय से शिकायत की जा रही थी कि इन कब्जों के कारण न केवल पैदल चलने वालों को परेशानी होती है, बल्कि वाहनों का निकलना भी दूभर हो जाता है, जिससे जाम और पार्किंग की समस्या बढ़ गई है।
अतिक्रमण क्यों है एक बड़ी समस्या?
अतिक्रमण ग्रेटर नोएडा जैसे नियोजित शहर के लिए एक गंभीर चुनौती बन गया है। सड़कों और फुटपाथों पर अवैध कब्जे से यातायात बाधित होता है, जिससे लोगों का कीमती समय बर्बाद होता है। इसके अलावा, यह सार्वजनिक भूमि का दुरुपयोग है और शहर की सुंदरता को भी प्रभावित करता है। प्राधिकरण की यह कार्रवाई न केवल यातायात व्यवस्था को सुधारेगी, बल्कि शहर को और अधिक स्वच्छ और व्यवस्थित बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी। अधिकारियों ने अतिक्रमण करने वालों को चेतावनी दी है कि वे स्वयं अपने कब्जे हटा लें, अन्यथा प्राधिकरण की कार्रवाई का सामना करने के लिए तैयार रहें।