Greater Noida/ भारतीय टॉक न्यूज़: ग्रेटर नोएडा के बादलपुर क्षेत्र में पुलिस ने एक हनी ट्रैप गिरोह का खुलासा किया है, जो लोगों को फर्जी रेप केस में फंसाने की धमकी देकर मोटी रकम वसूलता था। इस गिरोह में शामिल दसवीं फेल युवक और युवती लंबे समय से मकान मालिकों और अन्य लोगों को अपने जाल में फंसा रहे थे। ताजा मामला सादोपुर का है, जहां पीड़ित से ढाई लाख रुपये वसूलने के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया।
पुलिस ने किया हनी ट्रैप गिरोह का भंडाफोड़
सेंट्रल नोएडा के थाना बादलपुर पुलिस ने एक संगठित हनी ट्रैप गिरोह का पर्दाफाश किया है। यह गिरोह लोगों को झूठे दुष्कर्म के आरोपों में फंसाने की धमकी देकर ब्लैकमेल करता था और मोटी रकम ऐंठता था। ताजा मामले में, सादोपुर गांव के एक पीड़ित से आरोपियों ने फर्जी रेप केस की शिकायत दर्ज कराने का डर दिखाकर ढाई लाख रुपये वसूले। पीड़ित की शिकायत के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया। इस घटना ने इलाके में सनसनी फैला दी है।
इनकी हुई गिरफ्तारी: आरोपियों के नाम और विवरण
डीसीपी सेंट्रल नोएडा शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि 26 फरवरी 2025 को थाना बादलपुर पुलिस ने लोकल इंटेलिजेंस और गोपनीय सूचना के आधार पर तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपियों में बादल डेढ़ा उर्फ कालू सिंह, प्रिंस और युवती जेहरा शामिल हैं। इनके कब्जे से वसूली के 40,000 रुपये नकद बरामद किए गए, जिसमें बादल डेढ़ा से 13,000 रुपये, प्रिंस से 12,000 रुपये और जेहरा से 15,000 रुपये जब्त हुए। यह गिरोह संगठित तरीके से अपराध को अंजाम दे रहा था।
कैसे शुरू हुई जांच: सूचना से खुलासे तक
22 फरवरी 2025 को थाना बादलपुर पुलिस को पीआरवी के माध्यम से सूचना मिली थी। कॉलर बादल डेढ़ा ने दावा किया कि 19-20 साल की एक लड़की के साथ सुबह 7:30 से 8:30 बजे के बीच दुष्कर्म हुआ। पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की। सीसीटीवी फुटेज और आसपास के लोगों से पूछताछ में पता चला कि घटना के समय पीड़िता की बड़ी बहन मौजूद थी और आसपास की गतिविधियां सामान्य थीं। प्रथम दृष्टया यह मामला संदिग्ध लगा, जिसके बाद पुलिस ने गहन जांच शुरू की।
पूछताछ में चौंकाने वाला खुलासा
पीड़िता से विस्तृत पूछताछ में कई हैरान करने वाले तथ्य सामने आए। उसने बताया कि वह अकेले रहती है, उसके पिता नहीं हैं और मां से उसका झगड़ा चल रहा है। बादल और प्रिंस उसके मुंहबोले भाई हैं। वह पिछले दो साल से बादल के मकान में रह रही थी और उसका खर्च बादल उठाता था। प्रिंस से उसकी मुलाकात लोनी में हुई थी। जांच में पता चला कि बादल डेढ़ा अपराधिक प्रवृत्ति का व्यक्ति है, जिसके खिलाफ कई मुकदमे दर्ज हैं। थाना न्यू अशोक नगर, दिल्ली में उसकी हिस्ट्रीशीट बनाए जाने की प्रक्रिया भी चल रही है।
गाजियाबाद में भी रची थी साजिश
पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि पीड़िता ने बादल और प्रिंस के साथ मिलकर 2 नवंबर 2024 को गाजियाबाद के थाना अंकुर विहार में एक मकान मालिक और उसके नाबालिग बेटे पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था। पीड़िता उस मकान में केवल 8 दिन किराये पर रही थी। 17 नवंबर 2024 को तीनों ने समझौता पत्र देकर मामला वापस लिया। पीड़ित मकान मालिक ने बताया कि उसे और उसके बेटे को झूठे केस में फंसाने की धमकी दी गई थी। डर के कारण उसने 5.5 लाख रुपये दे दिए। यह राशि देने के बाद आरोपियों ने थाने में समझौता पत्र जमा किया।
अपराध का तरीका: हनी ट्रैप का जाल
यह गिरोह सुनियोजित तरीके से काम करता था। वे नई जगहों पर किराये का कमरा लेते थे और मकान मालिकों को अपने जाल में फंसाते थे। फर्जी रेप केस दर्ज कराने की धमकी देकर वे लाखों रुपये वसूलते थे। सादोपुर में पीड़ित से ढाई लाख रुपये लेने के बाद 40,000 रुपये नकद वसूले गए थे। गाजियाबाद में भी इसी तरह 5.5 लाख रुपये ऐंठे गए। पुलिस का मानना है कि यह गिरोह लंबे समय से इस तरह की ठगी कर रहा था और कई लोगों को अपना शिकार बना चुका है।
पुलिस की सख्त कार्रवाई
बादलपुर कोतवाली पुलिस की इस कार्रवाई ने हनी ट्रैप गिरोह के काले कारनामों को बेनकाब कर दिया। डीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी ने कहा कि आरोपियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस अब इस गिरोह के अन्य संभावित शिकारियों की तलाश कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि कितने लोग इस जाल में फंस चुके हैं। यह मामला लोगों के लिए एक चेतावनी है कि वे अनजान लोगों पर भरोसा करने से पहले सावधानी बरतें।