Faridabad Haryana/ भारतीय टॉक न्यूज़: फरीदाबाद के ऐतिहासिक अनंगपुर गांव को बचाने के लिए रविवार को सूरजकुंड रोड स्थित नगर निगम मैदान में एक विशाल महापंचायत का आयोजन किया गया। इस आयोजन का नेतृत्व ‘अनंगपुर बचाओ संघर्ष समिति’ ने किया, जिसमें देशभर से हजारों ग्रामीणों के साथ-साथ कई राजनीतिक और किसान संगठनों के नेता भी शामिल हुए।
महापंचायत में हरियाणा के पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला, रोहतक के सांसद दीपेंद्र हुड्डा, सोनीपत के सांसद सतपाल ब्रह्मचारी, कैराना (उत्तर प्रदेश) की सांसद इकरा हसन, कांग्रेस नेता विजय प्रताप और भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत जैसे बड़े नाम पहुंचे। सभी नेताओं ने एक सुर में अनंगपुर गांव को लाल डोरा में शामिल करने और ग्रामीणों को मुआवजा देने की मांग उठाई।
ग्रामीणों का कहना है कि वन विभाग और नगर निगम द्वारा की जा रही तोड़फोड़ सुप्रीम कोर्ट के आदेश की गलत व्याख्या के तहत की जा रही है। ग्रामीणों के अनुसार, अनंगपुर एक ऐतिहासिक गांव है, जिसकी विरासत 1200 साल पुरानी है, और वहां के निवासी पीढ़ियों से वहां रह रहे हैं।
संघर्ष समिति के अध्यक्ष अतर सिंह और सलाहकार विजय प्रताप ने कहा कि गांव को “वन क्षेत्र” बताकर उजाड़ना केवल एक प्रशासनिक कार्रवाई नहीं, बल्कि ऐतिहासिक और सामाजिक अन्याय है। विजय प्रताप ने यह भी आरोप लगाया कि सरकार कोर्ट के आदेश की आड़ में ग्रामीणों के घर गिरा रही है, जो सरासर अनुचित है।
राकेश टिकैत ने अपने संबोधन में चेतावनी दी कि अगर सरकार ने ग्रामीणों की मांगों पर ध्यान नहीं दिया, तो यह आंदोलन और व्यापक रूप ले सकता है। उन्होंने कहा कि किसानों और ग्रामीणों को उनके हक से वंचित करना अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
महापंचायत ने यह साफ कर दिया कि अनंगपुर गांव को उजाड़ने की कोशिशें सिर्फ प्रशासनिक निर्णय नहीं, बल्कि एक बड़ा सामाजिक मुद्दा बन चुकी हैं। ग्रामीणों की मांग है कि उन्हें कानूनी सुरक्षा दी जाए और उनकी जमीन और घर बचाए जाएं।
अगर आपके पास कोई खबर है — चाहे वह हादसा, जनसमस्या, भ्रष्टाचार, या कोई ज़रूरी जानकारी हो — तो आप हमें सीधे इस नंबर 9319044128 पर भेज सकते हैं। आपकी पहचान गोपनीय रखी जाएगी और खबर की पूरी जांच के बाद उसे प्रकाशित किया जाएगा।