Greater Noida /भारतीय टॉक न्यूज़: भारतीय किसान यूनियन मंच ने लुहारली टोल प्रशासन की कथित तानाशाही के खिलाफ आगामी 24 अप्रैल को प्रस्तावित अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन को सफल बनाने के लिए अपनी गतिविधियां तेज कर दी हैं। इसी क्रम में संगठन द्वारा बड़े पैमाने पर जनजागरण अभियान चलाया गया और संगठन का विस्तार भी किया गया है।
संगठन विस्तार और नई नियुक्तियाँ
धरने की तैयारी और संगठन को मजबूती देने के उद्देश्य से नई आबादी दादरी में महत्वपूर्ण नियुक्तियाँ की गई हैं। नई आबादी दादरी से दानिश शैफी को जिलाध्यक्ष (अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ) और सकील मैवाती को नगर अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई है। यह विस्तार आगामी आंदोलन के लिए संगठन की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।
राष्ट्रीय और प्रदेश नेतृत्व का बयान
कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रीय अध्यक्ष सुधीर चौहान ने कहा कि भारतीय किसान यूनियन मंच केवल जिले तक ही सीमित नहीं है, बल्कि पूरे भारत में किसान, मजदूर और व्यापारियों की आवाज़ को बुलंद करने के लिए काम कर रहा है। प्रदेश अध्यक्ष मास्टर मनमिंदर भाटी ने लुहारली टोल प्रशासन पर लगातार बढ़ती तानाशाही का आरोप लगाया। उन्होंने बताया कि 24 अप्रैल के धरने को सफल बनाने के लिए गांव-गांव में किसानों से संपर्क कर उन्हें जागरूक किया जा रहा है।
आरपार की लड़ाई का ऐलान और जनसमर्थन जुटाने का प्रयास
जिलाध्यक्ष अमित प्रधान ने लुहारली टोल प्रशासन के खिलाफ ‘आरपार की लड़ाई’ का ऐलान करते हुए स्पष्ट किया कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी और काम नहीं होगा, तब तक वे घर वापस नहीं जाएंगे। जिलाध्यक्ष चिकू यादव ने कहा कि लुहारली टोल के इस प्रदर्शन में पूरे जिले से युवा बड़ी संख्या में शामिल होंगे। धरने को व्यापक समर्थन दिलाने के लिए चिटहैड़ा, लुहारली, कैमराला, भोगपुर, हृदयपुर साँवली, मंडपा दौला सहित आसपास के सभी गांवों में सघन संपर्क अभियान चलाया गया है और इन गांवों से किसानों से अधिक से अधिक संख्या में 24 अप्रैल को पहुंचने का आह्वान किया गया है।
महत्वपूर्ण पदाधिकारियों की उपस्थिति
इस जनजागरण अभियान और विस्तार कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रीय महासचिव गौतम लोहिया, प्रिंस भाटी, जगवीर भाटी, बिल्लू प्रधान, अमित बसौया, विक्रम यादव, विमल त्यागी, रिकू यादव, उमंग शर्मा, एके बसौया, मोहित अधाना, कृष्ण भड़ाना, जाकिर प्रधान, अंकित अधाना, अभिषेक भाटी, रोहित यादव और इरशाद गुरु जी सहित भारतीय किसान यूनियन मंच के अनेक वरिष्ठ पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
आगे की रणनीति
संगठन 24 अप्रैल से शुरू होने वाले अनिश्चितकालीन धरने के लिए पूरी ताकत झोंक रहा है और अधिक से अधिक संख्या में किसानों और युवाओं को लुहारली टोल प्लाजा पर पहुंचने के लिए प्रेरित कर रहा है। टोल प्रशासन के खिलाफ यह लड़ाई तब तक जारी रहेगी, जब तक किसानों की मांगें मान नहीं ली जातीं।