Greater Noida / भारतीय टॉक न्यूज़ : ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने अवैध निर्माणकर्ताओं से मोटी रकम वसूलने और भूखंड आवंटियों से रिश्वत लेने के गंभीर आरोपों के चलते दो सुपरवाइजरों के खिलाफ बृहस्पतिवार को कड़ी कार्रवाई की है। इन दोनों कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से काम से हटा दिया गया है। यह कदम प्राधिकरण में भ्रष्टाचार के प्रति शून्य सहिष्णुता की नीति को दर्शाता है।
आरोप: अवैध वसूली और रिश्वतखोरी
हटाए गए दोनों सुपरवाइजरों पर गंभीर आरोप थे। पहला आरोप यह था कि वे क्षेत्र में हो रहे अवैध निर्माणों को संरक्षण देने के बदले कॉलोनाइजरों से मोटी रकम की वसूली कर रहे थे। इसके अतिरिक्त, उन पर भूखंडों पर कब्जे से जुड़े मामलों में भी आवंटियों से रिश्वत लेने का आरोप लगाया गया था। इन आरोपों ने प्राधिकरण की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए थे।
पहचान: हटाए गए कर्मचारी
प्राधिकरण द्वारा हटाए गए कर्मचारियों में वर्क सर्किल 5 में एक आउटसोर्सिंग एजेंसी के माध्यम से कार्यरत सुपरवाइजर अभिषेक तोंगड़ और वर्क सर्किल 3 में कार्यरत तकनीकी सुपरवाइजर शिवम शर्मा शामिल हैं। ये दोनों अपने-अपने कार्यक्षेत्रों में निर्माण और भूखंड संबंधी गतिविधियों की निगरानी के लिए जिम्मेदार थे।
कार्रवाई: जांच और सेवा समाप्ति
प्राधिकरण के महाप्रबंधक (परियोजना) श्री ए.के. सिंह ने इस कार्रवाई की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि इन दोनों सुपरवाइजरों के खिलाफ वसूली और रिश्वतखोरी की शिकायतें प्राप्त हुई थीं। प्राधिकरण ने इन शिकायतों की गहन जांच कराई। जांच में आरोपों के सही पाए जाने के बाद, प्राधिकरण ने तत्काल प्रभाव से दोनों की सेवाएं समाप्त करने का निर्णय लिया। संबंधित आउटसोर्सिंग एजेंसी को भी इस कार्रवाई से अवगत करा दिया गया है।