Greater Noida / भारतीय टॉक न्यूज़: गौतमबुद्धनगर के नोएडा और ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में परिवहन विभाग ने ओवरलोड वाहनों के खिलाफ अपनी कार्रवाई तेज कर दी है। अप्रैल माह के पहले सप्ताह में विभाग ने 21 ओवरलोड वाहनों का चालान किया और उनसे प्रशमन शुल्क के रूप में कुल 18.63 लाख रुपये की वसूली की।
जिलाधिकारी के निर्देश पर कार्रवाई
संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन) डॉ. उदित नारायण पांडेय ने बताया कि जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा के निर्देशों के अनुपालन में यह कार्रवाई की जा रही है। परिवहन विभाग के अधिकारी प्रतिदिन ओवरलोडिंग वाहनों पर लगाम कसने के लिए सक्रिय हैं। उन्होंने बताया कि अप्रैल के पहले सप्ताह में 21 ओवरलोड वाहनों को पकड़कर उनका चालान किया गया और 18 लाख 63 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया।
ओवरलोडिंग के नुकसान के बारे में बताया
अभियान के दौरान, अधिकारियों ने ओवरलोडिंग ट्रकों और मिनी ट्रकों के चालकों और मालिकों को क्षमता से अधिक माल लादने के गंभीर नुकसानों से अवगत कराया। उन्हें बताया गया कि ओवरलोडिंग न केवल सड़क पर चलने वाले लोगों और वाहन चालकों के लिए खतरनाक है, बल्कि इससे आर्थिक और पर्यावरणीय नुकसान भी होता है।
सुरक्षा, आर्थिक और पर्यावरणीय नुकसान
डॉ. पांडेय ने ओवरलोडिंग के विभिन्न नुकसानों को विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि अधिक वजन के कारण ट्रक का संतुलन बिगड़ सकता है, जिससे ब्रेक फेल होने, टायर फटने या वाहन पलटने का खतरा बढ़ जाता है, जिससे जानमाल का नुकसान हो सकता है। इसके अतिरिक्त, ओवरलोडिंग से वाहन के इंजन, सस्पेंशन, टायर और ब्रेक पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है, जिससे वाहन जल्दी खराब हो जाता है और मरम्मत का खर्च बढ़ जाता है। उन्होंने यह भी बताया कि अधिक वजन वाले वाहन सड़कों को भी नुकसान पहुंचाते हैं, जिससे सरकार पर बार-बार मरम्मत का बोझ पड़ता है।
ट्रक चालकों और मालिकों से अपील
संभागीय परिवहन अधिकारी ने सभी ट्रक चालकों, मालिकों और परिवहन व्यवसायियों से अपील की कि वे वाहनों की निर्धारित भार क्षमता का सम्मान करें और ओवरलोडिंग से बचें। उन्होंने कहा कि यह कदम न केवल उनकी और दूसरों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगा, बल्कि उनके वाहनों की उम्र भी बढ़ाएगा, सड़कों को सुरक्षित रखेगा और पर्यावरण की रक्षा में भी योगदान देगा।