Noida News / भारतीय टॉक : नोएडा प्राधिकरण ने अपने दो कर्मचारियों को कार्य में घोर लापरवाही बरतने, कार्यालय से बिना सूचना अनुपस्थित रहने और उच्च अधिकारियों के आदेशों की अवहेलना करने के आरोप में निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही, एक लेखपाल द्वारा अतिक्रमण रोकने में विफलता और अवैध निर्माण को बढ़ावा देने के गंभीर आरोपों के चलते उसके निलंबन की सिफारिश राजस्व परिषद और उत्तर प्रदेश शासन को भेजी गई है। यह कार्रवाई प्राधिकरण द्वारा शासकीय कार्यों में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
प्राधिकरण कर्मियों का निलंबन: लापरवाही और अनुशासनहीनता का परिणाम
जानकारी के अनुसार, अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी (वी०टी०) के कार्यालय में तैनात उद्यानकर्मी श्री प्रमोद कुमार (कोड सं० 3526) और अनुरक्षक श्री कुलदीप कुमार (कोड सं० 3623) अपने कर्तव्यों के प्रति लगातार लापरवाही बरत रहे थे। वे बिना किसी पूर्व सूचना के कार्यालय से अनुपस्थित रहते थे, प्राधिकरण के कार्यों में कोई रुचि नहीं दिखाते थे और उच्च अधिकारियों द्वारा दिए गए आदेशों का पालन नहीं करते थे। कई बार मौखिक रूप से चेतावनी और कार्यप्रणाली में सुधार के निर्देश दिए जाने के बावजूद उनकी कार्यशैली में कोई बदलाव नहीं आया, जिससे शासकीय कार्यों में बाधा उत्पन्न हो रही थी। इसी के चलते दोनों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर कार्मिक विभाग से सम्बद्ध कर दिया गया है।
लेखपाल पर गिरी गाज: अवैध निर्माण और अतिक्रमण पर निष्क्रियता
इसके अतिरिक्त, 1 अगस्त 2024 को मुख्य कार्यपालक अधिकारी, जिलाधिकारी और अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी द्वारा नोएडा के गांवों जैसे हाजीपुर, सलारपुर खादर आदि के निरीक्षण के दौरान दिए गए निर्देशों के अनुपालन की जांच हेतु संबंधित अधिकारियों ने स्टाफ के साथ औचक निरीक्षण किया। इस निरीक्षण में यह बात सामने आई कि निर्माण कार्यों के शुरुआती चरण में ही सीलिंग या ध्वस्तीकरण जैसी कोई कार्रवाई नहीं की गई थी। साथ ही, उच्च अधिकारियों के निरीक्षण के बाद दिए गए निर्देशों पर भी कोई प्रभावी कदम नहीं उठाए गए, जिसके परिणामस्वरूप बड़े पैमाने पर अवैध निर्माण हो गए। इस मामले में संबंधित लेखपाल श्री विनय कुमार चौहान (कोड सं० 3734) की शासकीय दायित्वों के प्रति गंभीर लापरवाही स्पष्ट रूप से उजागर हुई।
शासन को भेजी गई निलंबन की सिफारिश: राजस्व परिषद से होगी कार्रवाई
लेखपाल श्री विनय कुमार चौहान द्वारा अपने शासकीय दायित्वों के निर्वहन में दिखाई गई इस गंभीर लापरवाही का कड़ा संज्ञान लेते हुए नोएडा प्राधिकरण ने उनके निलंबन के लिए उनके मूल विभाग, राजस्व परिषद, उत्तर प्रदेश शासन को पत्र प्रेषित किया है। अब इस मामले में अंतिम निर्णय शासन स्तर पर लिया जाएगा।