Greater Noida News/ BT News: गौतमबुद्धनगर पुलिस ने जेवर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट परियोजना को बाधित करने की एक खतरनाक साजिश को नाकाम करते हुए पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें एक पायलट, दो महिलाएं और अन्य साजिशकर्ता शामिल हैं। गिरोह ने एयरपोर्ट बाउंड्री वॉल के अंदर रह रहे एक परिवार – हंसराज, उनकी पत्नी कमलेश देवी और पुत्र सौरभ – को अपहरण कर गुप्त स्थानों पर छिपा दिया था। पुलिस की मुस्तैदी से तीनों को सकुशल छुड़ा लिया गया है।
पुनर्वास में असहमति बनी साजिश की जड़
ग्राम रोही निवासी हंसराज परिवार को एयरपोर्ट अधिग्रहण के तहत आरआर साइट में पुनर्वासित किया गया था, लेकिन वे बाउंड्री वॉल के भीतर से हटने को तैयार नहीं थे। प्रशासन की कार्रवाई के बाद 2 जून को उनके बेटे ने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर अपहरण का आरोप लगाया। याचिका को गंभीरता से लेते हुए अदालत ने तीनों को पेश करने का आदेश दिया।
हाई प्रोफाइल अपहरण की गुत्थी कैसे सुलझी?
26 जून को जेवर थाने में अपहरण का मामला दर्ज हुआ। जांच में सामने आया कि कैप्टन पुत्तन सिंह ने इलाज के बहाने परिवार को पहले नोएडा और फिर दिल्ली ले जाकर बंधक बना लिया था। तकनीकी साक्ष्यों, सीसीटीवी और स्थानीय खुफिया नेटवर्क की मदद से पुलिस ने उन्हें 27 जून को दयानतपुर के एकांत स्थान से सकुशल छुड़ा लिया।
साजिश के पीछे दबदबे और फायदे की लालसा
पुलिस के अनुसार, अभियुक्तों ने यह साजिश एयरपोर्ट परियोजना को बाधित करने, भूमि अधिग्रहण में भ्रम फैलाने और प्रशासन पर दबाव बनाने के लिए रची थी। यह गिरोह क्षेत्र में वर्चस्व स्थापित कर अनैतिक आर्थिक लाभ कमाना चाहता था।
पुलिस की सतर्कता से फेल हुई बड़ी साजिश
पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह और डीसीपी साद मियां खान के निर्देशन में चलाए गए ऑपरेशन को लेकर प्रशासन की व्यापक सराहना हो रही है। टीमों ने आधुनिक तकनीक और रणनीति का उपयोग करते हुए अपहृतों को सुरक्षित बाहर निकाला। पुलिस ने बीएमडब्ल्यू गाड़ी भी बरामद की है जिसका इस्तेमाल अपहरण में हुआ था।
गिरफ्तार अभियुक्तों की सूची
कैप्टन पुत्तन सिंह – पायलट, सेक्टर 135, नोएडा
प्रमोद – निवासी, दयानतपुर, जेवर
पवन चौधरी – निवासी, दयानतपुर, जेवर
रामा देवी – निवासी, मैदानगढ़ी, दिल्ली
सरोज बाला – निवासी, सेक्टर 135, नोएडा
एयरपोर्ट विकास में अड़चनों पर पुलिस की पैनी नजर
यह घटना बताती है कि किस तरह विकास परियोजनाओं में संगठित अपराध समूह बाधा डालने की कोशिश करते हैं। नोएडा पुलिस की सख्ती और सतर्कता से एक बड़ी साजिश को समय रहते नाकाम कर दिया गया। अब अन्य संदिग्धों की तलाश जारी है, और पुलिस पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश करने के लिए कमर कस चुकी है।