Greater Noida/ भारतीय टॉक न्यूज़ : मिलक लच्छी गांव के निवासियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (UPPCL) के इटैडा उपकेंद्र के विद्युत अधिकारियों ने गांव में निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया है। विभाग ने गांव के छह महत्वपूर्ण ट्रांसफार्मरों की विद्युत क्षमता में वृद्धि की है, जिससे अब बिजली की समस्या से काफी हद तक निजात मिल सकेगी।
यह जानकारी कर्मवीर नागर, प्रमुख, द्वारा जारी की गई है, जिन्होंने इस सराहनीय कार्य के लिए विद्युत विभाग का तहे दिल से आभार व्यक्त किया है।
क्षमता वृद्धि किए गए ट्रांसफार्मरों का विवरण इस प्रकार है:
🔸 शिव मंदिर के पास पहले से स्थापित 100 केवीए के ट्रांसफार्मर के साथ ही अब एक अतिरिक्त 100 केवीए का नया ट्रांसफार्मर स्थापित किया गया है। इससे मंदिर और आसपास के क्षेत्र में बिजली की आपूर्ति और बेहतर होगी।
🔸मिलक लच्छी में श्री फिरे के मकान के निकट लगे 160 केवीए के पुराने ट्रांसफार्मर को अब अधिक क्षमता वाले 250 केवीए के ट्रांसफार्मर से बदल दिया गया है।
🔸ग्राम मिलक लच्छी में सपेरों के मकान के पास स्थापित 25 केवीए के छोटे ट्रांसफार्मर की जगह अब 63 केवीए का उच्च क्षमता वाला ट्रांसफार्मर लगाया गया है, जो इस क्षेत्र की बढ़ती बिजली की मांग को पूरा करेगा।
🔸ग्राम मिलक लच्छी में हरिजन बस्ती के पास लगे 160 केवीए के ट्रांसफार्मर की क्षमता को बढ़ाकर अब 250 केवीए कर दिया गया है।
🔸ग्राम मिलक लच्छी में शनि मंदिर के पास मौजूद 100 केवीए के ट्रांसफार्मर को भी अब 250 केवीए की क्षमता में परिवर्तित कर दिया गया है।
🔸 ग्राम मिलक लच्छी स्थित धीरू मार्केट के निकट स्थापित 160 केवीए के ट्रांसफार्मर को भी अब 250 केवीए के ट्रांसफार्मर में तब्दील कर दिया गया है, जिससे बाजार क्षेत्र में बिजली की आपूर्ति सुचारू रूप से बनी रहेगी।
ट्रांसफार्मरों की क्षमता में इस महत्वपूर्ण वृद्धि से मिलक लच्छी गांव में बिजली की आपूर्ति काफी हद तक सुधरने की उम्मीद है, जिससे ग्रामीणों को गर्मी के मौसम में विशेष रूप से राहत मिलेगी।
इस अवसर पर कर्मवीर नागर प्रमुख ने सभी ग्राम वासियों से अपील करते हुए कहा कि गांव में निर्बाध विद्युत आपूर्ति को बनाए रखने के लिए सभी लोग समय पर अपने बिजली बिल का भुगतान करें और गांव में बिजली चोरी को रोकने में सहयोग करें। उन्होंने कहा कि सभी के प्रयासों से ही गांव में बेहतर बिजली व्यवस्था सुनिश्चित की जा सकती है।