Haridwar News : हरिद्वार के पूर्व विधायक प्रणव सिंह चैंपियन (Pranav Champion) के खिलाफ चल रहे हत्या के प्रयास के मामले में अब जांच राजपत्रित अधिकारी द्वारा की जाएगी। एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने जांच ट्रांसफर करने की तैयारी कर ली है। कोर्ट के आदेश के बाद जांच की जिम्मेदारी सीओ स्तर के अधिकारी को सौंपी जाएगी।
न्यायिक हिरासत 20 फरवरी तक बढ़ी
प्रणव चैंपियन (Pranav Champion) और उनके साथ जेल में बंद चार अन्य आरोपियों की न्यायिक हिरासत 20 फरवरी तक बढ़ा दी गई है। यह निर्णय सीजेएम कोर्ट द्वारा लिया गया है। कोर्ट ने पुलिस की याचिका को खारिज कर दिया, जिसमें हत्या के प्रयास की धारा 109 हटाने की मांग की गई थी।
कोर्ट ने पुलिस की याचिका खारिज की
सीजेएम कोर्ट ने पुलिस की याचिका को नामंजूर कर दिया, जिसमें हत्या के प्रयास की धारा 109 हटाने की मांग की गई थी। कोर्ट ने मामले की गंभीरता को देखते हुए यह फैसला लिया। चैंपियन के वकील ने बताया कि अब जमानत याचिका जिला जज की कोर्ट में दाखिल की जाएगी।
घटना की पृष्ठभूमि
26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के दिन प्रणव चैंपियन ने खानपुर विधायक उमेश कुमार के कार्यालय पर फायरिंग की थी। इस घटना में चैंपियन और उनके समर्थकों ने कई राउंड फायरिंग की, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था।
हाईकोर्ट ने लिया संज्ञान
नैनीताल हाईकोर्ट ने इस मामले का स्वतः संज्ञान लिया है। कोर्ट ने घटना को राज्य की छवि खराब करने वाला बताया और पुलिस अधिकारियों से सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। हाईकोर्ट ने दोनों पक्षों के हथियारों के लाइसेंस निरस्त करने की भी सिफारिश की।
आगे की कार्रवाई
अब जांच राजपत्रित अधिकारी द्वारा की जाएगी, और एसएसपी ने जांच ट्रांसफर की प्रक्रिया शुरू कर दी है। चैंपियन और उनके साथियों की न्यायिक हिरासत 20 फरवरी तक बढ़ाई गई है। इस मामले में अगली सुनवाई 12 फरवरी को होगी।
प्रणव चैंपियन केस में नई जांच प्रक्रिया और न्यायिक हिरासत का विस्तार इस मामले की गंभीरता को दर्शाता है। अब राजपत्रित अधिकारी द्वारा की जाने वाली जांच से मामले में नई गति आने की उम्मीद है।