Greater Noida / भारतीय टॉक न्यूज़: थाना इकोटेक प्रथम पुलिस ने वाहन चोरी करने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश करते हुए दो शातिर चोरों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके कब्जे से चोरी की गई सात मोटरसाइकिलें भी बरामद की हैं। यह कार्रवाई लोकल इंटेलिजेंस व गोपनीय सूचना के आधार पर की गई। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, यह गिरोह एनसीआर क्षेत्र में सक्रिय था और संगठित रूप से वाहन चोरी की वारदातों को अंजाम देता था।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान
पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान अमन पुत्र शोकीन, निवासी रानौली लतीफपुर, थाना जारचा (गौतमबुद्धनगर) और प्रियांशू राठी पुत्र ब्रिजेश राठी, निवासी गुथावाली खुर्द, थाना अगौता (बुलन्दशहर) के रूप में हुई है। इन दोनों शातिर चोरों को भाटी गोल चक्कर से शमशान घाट की ओर जाने वाले सर्विस रोड से गिरफ्तार किया गया। पुलिस टीम ने जाल बिछाकर इन्हें उस समय पकड़ा जब वे चोरी की मोटरसाइकिलों को ठिकाने लगाने की फिराक में थे।
चोरी का अनोखा तरीका और बिक्री
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने अपने अपराध करने के तरीके का खुलासा किया। उनके अनुसार, वे मुख्य रूप से नोएडा, दिल्ली और मेरठ स्थित कंपनियों व फैक्ट्रियों के बाहर खड़ी मोटरसाइकिलों को निशाना बनाते थे। इन स्थानों पर रेकी करने के बाद मौका देखकर मास्टर चाबी या अन्य उपकरणों की मदद से मोटरसाइकिलें चोरी कर लेते थे। चोरी की गई गाड़ियों को वे शमशान घाट के पास औद्योगिक क्षेत्र में स्थित खाली प्लॉट की झाड़ियों में छिपा देते थे, ताकि किसी को शक न हो। बाद में, इन वाहनों को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर स्टोरी लगाकर सस्ते दामों में बेच दिया जाता था। खरीदारों को गुमराह करने के लिए वे अक्सर वाहनों के फर्जी कागजात भी तैयार करते थे।
आपराधिक इतिहास
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार दोनों आरोपियों का आपराधिक इतिहास रहा है। इन पर पहले से ही वाहन चोरी और अन्य अपराधों के कई मामले विभिन्न थानों में दर्ज हैं। ये शातिर चोर मौका मिलते ही वाहन चोरी की घटना को अंजाम देते थे। पुलिस अब इनके अन्य साथियों और नेटवर्क के बारे में जानकारी जुटा रही है, ताकि पूरे गिरोह का सफाया किया जा सके। बरामद मोटरसाइकिलों के असली मालिकों का पता लगाकर उन्हें सूचित करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।