दिल्ली में दहेज उत्पीड़न का क्रूर मामला: दो बहनों पर ससुराल वालों ने किया जानलेवा हमला, अस्पताल में भर्ती

Brutal case of dowry harassment in Delhi: Two sisters attacked by in-laws, admitted in hospital

Partap Singh Nagar
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दिल्ली में दहेज उत्पीड़न का क्रूर मामला: दो बहनों पर ससुराल वालों ने किया जानलेवा हमला, अस्पताल में भर्ती

Delhi News / भारतीय टॉक न्यूज: (नई दिल्ली, 21 अप्रैल 2025) बाहरी उत्तरी दिल्ली के स्वरूप नगर इलाके से दहेज उत्पीड़न और क्रूरता का एक गंभीर मामला सामने आया है। दो सगी बहनों, वर्षा और स्वीटी, पर उनके पति और ससुराल वालों द्वारा कथित तौर पर जानलेवा हमला किया गया, जिसके बाद उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पीड़ित के भाई नितिन भाटी ने डीसीपी (बाहरी उत्तरी जिला) को लिखित शिकायत देकर न्याय की गुहार लगाई है और आरोपियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है।

 दिल्ली में दहेज उत्पीड़न का क्रूर मामला: दो बहनों पर ससुराल वालों ने किया जानलेवा हमला, अस्पताल में भर्ती
दिल्ली में दहेज उत्पीड़न का क्रूर मामला: दो बहनों पर ससुराल वालों ने किया जानलेवा हमला, अस्पताल में भर्ती

दहेज की मांग और लगातार उत्पीड़न

शिकायतकर्ता नितिन भाटी, जो उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर जिले के लुहारली गांव के निवासी हैं, ने बताया कि उन्होंने अपनी बहनों वर्षा और स्वीटी की शादी जनवरी 2020 में बागपत निवासी नितिन और विपिन से की थी, जो वर्तमान में दिल्ली के स्वरूप नगर थाना क्षेत्र के अंतर्गत कदी विहार, डी ब्लॉक, गली नंबर 3 में रहते हैं। श्री भाटी के अनुसार, शादी पूरे दान-दहेज के साथ की गई थी, लेकिन शादी के तुरंत बाद से ही ससुराल वाले (पति नितिन और विपिन, सास शिमला, ननद ज्योति और पूजा) और दहेज की मांग करने लगे। वे लगातार लड़कियों के पिता की संपत्ति में हिस्सेदारी और एक कार की मांग कर रहे थे। मांग पूरी न होने पर दोनों बहनों को शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाने लगा।

समझौते के प्रयास और बढ़ती क्रूरता

नितिन भाटी ने अपनी शिकायत में उल्लेख किया है कि उत्पीड़न के बावजूद, परिवार ने बेटियों का घर बसाने के लिए ससुराल वालों को समय-समय पर एसी, एलसीडी और लगभग 5-7 तोला सोना भी दिया। इसके बावजूद, प्रताड़ना बंद नहीं हुई। लगभग एक साल पहले, जब बहनों के साथ मारपीट की गई, तो वे उन्हें रात में वापस अपने गांव ले आए थे। बाद में, आरोपियों के चाचा, ताऊ के लड़के, सास, ननद और पति नितिन पंचायत के लिए उनके गांव आए और माफी मांगी। गांव के गणमान्य लोगों के कहने पर और ससुराल वालों की माफी के बाद, श्री भाटी अपनी बहनों को वापस ससुराल छोड़ आए थे। लेकिन कुछ ही दिनों बाद, मारपीट और दहेज (विशेषकर कार और संपत्ति में हिस्सा) की मांग फिर से शुरू हो गई।

बेटा न होने पर जान से मारने की धमकी

शिकायत में यह भी आरोप लगाया गया है कि पिछले कुछ समय से बड़ी बहन वर्षा को बेटा पैदा न होने के कारण ताने मारे जा रहे थे। ससुराल वाले कथित तौर पर कहते थे कि वे उसे मारकर दूसरी शादी कर लेंगे, जिससे उन्हें दहेज भी मिलेगा और बेटा पैदा करने वाली बहू भी। परिवार लगातार पैसे और सोना देकर शांति बनाए रखने की कोशिश करता रहा, इस उम्मीद में कि स्थिति सुधर जाएगी।

हमले की घटना और भाई को सूचना

शिकायतकर्ता के अनुसार, हाल ही में फिर से मारपीट की गई थी, जिसके बाद फोन पर बात करके मामला शांत करने का प्रयास किया गया था, लेकिन तब भी बड़ी बहन को जान से मारने की धमकी दी गई थी। दिनांक 19 अप्रैल 2025 को, नितिन भाटी को किसी पड़ोसी या किरायेदार का फोन आया कि उनकी बहनों को बुरी तरह मारकर पूरा परिवार भाग गया है और उन्हें तुरंत आकर बचाना चाहिए। रास्ते में ही उन्हें फिर फोन आया कि बहनों को सरकारी अस्पताल से पीतमपुरा के नवजीवन अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसी दिन सुबह लगभग 11:50 बजे, ननद पूजा ने व्हाट्सएप कॉल करके धमकी दी, “तेरी बहनों में कोई सांस बची है जाके देख ले या और कुछ करवाना चाहता है।”

पुलिस कार्रवाई और भाई की अपील

अस्पताल पहुंचने पर नितिन भाटी को पता चला कि पुलिस घायल बहनों के बयान ले चुकी है। हालांकि, उन्हें चिंता है कि डर के कारण बहनों ने शायद पुलिस को उत्पीड़न के पूरे इतिहास और पिछली घटनाओं के बारे में नहीं बताया होगा। उन्होंने डीसीपी से आग्रह किया है कि मामले की गंभीरता को समझते हुए, शादी के बाद से चले आ रहे उत्पीड़न, दहेज की मांग, मारपीट और जान से मारने की धमकियों सहित सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए गहन जांच की जाए और दोषियों के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। परिवार ने पहले बेटियों का घर टूटने के डर से कभी पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं कराई थी।

 

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