Noida News : नोएडा में लोन दिलाने के नाम पर सैकड़ों लोगों से ठगी करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। साइबर टीम और थाना सेक्टर-63 की संयुक्त कार्रवाई में तीन शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया गया है। इनके कब्जे से 4 लैपटॉप, 14 मोबाइल फोन, 1 प्रिंटर, 18 चेकबुक, 5 चेक, 50 विजिटिंग कार्ड और 9 मोहरे बरामद की गई हैं।
घटना का विवरण:
डीसीपी सेंट्रल नोएडा शक्तिमोहन अवस्थी ने बताया कि थाना सेक्टर-63 की साइबर हेल्प डेस्क पर पिछले कुछ समय से सूचना मिल रही थी कि थाना क्षेत्र के एच-169 एच ब्लॉक सेक्टर-63 में कुछ व्यक्ति मनी ऑन नवाकर नाम से कंपनी बनाकर लोगों को लोन दिलाने के नाम पर पैसे लेकर धोखाधड़ी कर रहे हैं। इस संबंध में एक शिकायतकर्ता ने भी प्रार्थना पत्र दिया था। शिकायत के आधार पर एच-169, एच ब्लॉक स्थित मनी ऑन नवाकर कंपनी की जांच की गई। जांच में कंपनी के डायरेक्टर अरिहंत और उसके साथियों द्वारा सोशल मीडिया पर कंपनी का प्रचार-प्रसार करके लोगों को लोन दिलाने का प्रलोभन देकर उनसे सर्विस चार्ज लेने की बात सामने आई।
पुलिस कार्रवाई:
डीसीपी सेंट्रल नोएडा के अनुसार, 8 फरवरी 2024 को थाना सेक्टर-63 और साइबर टीम सेंट्रल नोएडा ने शिकायत के आधार पर कार्रवाई करते हुए लोन दिलाने के नाम पर लोगों से धोखाधड़ी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया। तीन अभियुक्तों 1-अरिहंत जैन पुत्र कन्हैया लाल जैन 2-धर्मेन्द्र पुत्र प्रेमपाल सिंह 3-आकाश पुत्र राजबहादुर सिंह को एच-169 एच ब्लॉक से गिरफ्तार किया गया है। इनके कब्जे से उक्त कार्य में प्रयुक्त उपकरण बरामद किए गए हैं।
अभियुक्तों का विवरण:
1- अरिहंत जैन पुत्र कन्हैया लाल जैन, निवासी मोहल्ला भूरा का बांस देशनोक, थाना देशनोक, जिला बीकानेर, राजस्थान, वर्तमान पता साईं रेजीडेंसी शाहबेरी, थाना बिसरख, नोएडा, उम्र 31 वर्ष (डायरेक्टर, शिक्षा कक्षा-10 फेल)
2- धर्मेन्द्र पुत्र प्रेमपाल सिंह, निवासी बचगाँव, थाना नारकी, जिला फिरोजाबाद, उत्तर प्रदेश, वर्तमान पता साईं रेजीडेंसी शाहबेरी, थाना बिसरख, नोएडा, उम्र 36 वर्ष (शिक्षा कक्षा-8 फेल)
3- आकाश पुत्र राजबहादुर सिंह, निवासी मोहल्ला साठबीघा कॉलोनी, थाना बीना राय गेट, जिला कासगंज, उत्तर प्रदेश, वर्तमान पता साईं रेजीडेंसी शाहबेरी, थाना बिसरख, नोएडा, उम्र 26 वर्ष (शिक्षा कक्षा-8 फेल)
बरामदगी का विवरण:
04 लैपटॉप, 14 मोबाइल फोन, 01 प्रिंटर, 18 चेक बुक, 05 चेक, 50 विजिटिंग कार्ड, 09 मोहरे
अपराध करने का तरीका:
अभियुक्तों ने मनी ऑन नवाकर फाइनेंशियल सर्विसेज, मनी वन मैनेजमेंट सर्विसेज और नवाकर फाइनोविजन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के नाम से कंपनियां बना रखी थीं। इन कंपनियों के माध्यम से करोड़ों रुपये तक का लोन दिलाने का प्रचार-प्रसार सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर किया जाता था। लोन लेने के इच्छुक लोग जब इनसे संपर्क करते थे, तो ये लोग उन्हें लोन दिलाने का प्रलोभन देकर उनसे उनके दस्तावेज और लोन की नियत धनराशि का 3%+18% जीएसटी सर्विस चार्ज के नाम पर लेते थे। बाद में उनका सिबिल खराब बताकर उनका लोन नहीं कराते थे। जब पीड़ित इनके पास कॉल करते थे, तो ये लोग उनकी कॉल उठाना बंद कर देते थे। इन लोगों द्वारा अधिकतर दूर-दराज के लोगों को अपना शिकार बनाया जाता था, ताकि कोई इनके ऑफिस आकर इनकी शिकायत न कर सके। अभियुक्तों द्वारा अभी तक करीब 100 लोगों को अपना शिकार बनाया जा चुका है।
पूछताछ का विवरण:
गिरफ्तार अभियुक्तों ने पूछताछ के दौरान बताया कि उन्होंने शिकायतकर्ता को कॉल करके लोन के लिए कहा था और उससे दस्तावेज मंगवाए थे। बाद में लोन दिलाने के एवज में उन्होंने उससे कुल 1,38,155 रुपये लिए थे और लोन का विश्वास दिलाने के लिए उन्होंने उसको 9,98,000 रुपये का चेक एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक खाते का व्हाट्सएप किया था। बाद में उन्होंने उसका लोन नहीं कराया। इसके अलावा, उन्होंने अन्य लोगों से भी लोन दिलाने के एवज में पैसा हड़पा है। अभियुक्तों के खातों को साइबर पोर्टल पर चेक किया गया तो एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक के खाते पर तीन साइबर कंप्लेन गुजरात व मध्य प्रदेश से हैं। कोटक महिंद्रा बैंक के खाते पर तीन साइबर कंप्लेन रजिस्टर्ड हैं। फिनकेयर स्मॉल फाइनेंस बैंक के खाते पर 02 साइबर कंप्लेन रजिस्टर्ड हैं। अभियुक्तों द्वारा ग्राहकों से कंपनी बनाकर अवैध रूप से लोन देने के नाम पर पैसा लिया जा रहा था।