Greater Noida News: ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ रवि एन जी ने भ्रष्टाचार और काम न करने वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्त रुख अपनाया है। उन्होंने उन कर्मचारियों को चेतावनी दी है जो फाइलें दबाकर बैठने और बिना चार्ज के काम को आगे बढ़ाने में लिप्त हैं। बृहस्पतिवार को कई अधिकारियों को उनके कार्यों में लापरवाही के लिए चेतावनी दी गई और कुछ को अटैच भी किया गया।
जाम की समस्या का समाधान
ग्रेटर नोएडा वेस्ट में प्रतिदिन लगने वाले जाम को समाप्त करने के लिए सीईओ ने प्राथमिकता से काम करने के निर्देश दिए हैं। हालांकि, कुछ अधिकारियों ने इस प्रक्रिया में बाधा डालने का प्रयास किया। इसके परिणामस्वरूप, रवि एन जी ने सभी संबंधित अधिकारियों को बुलाकर उन्हें आवश्यक कार्यों को तुरंत करने का निर्देश दिया।
लाल सिंह की अटैचमेंट
प्लानिंग विभाग के असिस्टेंट आर्किटेक्ट लाल सिंह को उनके पद से हटाकर ग्रेटर नोएडा वेस्ट कार्यालय में अटैच कर दिया गया है। उन पर आरोप है कि उन्होंने सेक्टर P4 स्थित एक सोसाइटी के कंप्लीशन प्रमाण पत्र से संबंधित महत्वपूर्ण दस्तावेजों को गायब कर दिया था। इस मामले में लगातार शिकायतें प्राप्त हो रही थीं।
भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम
रवि एन जी के सीईओ बनने के बाद से प्राधिकरण में भ्रष्ट और निकम्मे कर्मचारियों की स्थिति में बदलाव आया है। पिछले कई सीईओ के कार्यकाल में, कर्मचारियों को काम न करने की आदत पड़ गई थी और दलालों की भूमिका स्थापित हो गई थी। लेकिन अब, लोग अपनी शिकायतें सीधे सीईओ और अन्य अधिकारियों तक पहुंचा रहे हैं।
कार्यशैली में बदलाव
सीईओ के सक्रिय हस्तक्षेप के कारण अन्य कर्मचारियों के काम करने के तरीकों में भी परिवर्तन आया है। प्राधिकरण में दलालों को किनारे कर दिया गया है और जनहित के कार्यों में बाधा डालने वालों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जा रही है। यह बदलाव प्राधिकरण के कार्यों में पारदर्शिता और दक्षता लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।